रतलाम में युवक पर जानलेवा हमला, पीठ में फंसा चाकू; खून से भीगी शर्ट
शहर के आजाद चौक में शुक्रवार रात 8 बजे सराफा कर्मी योगेश राठौर पर दो लड़कों ने चाकू से हमला किया। पीठ में चाकू फंसने से वह घायल हुआ। हमलावर भाग गए। लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां ऑपरेशन से चाकू निकाला गया। पुलिस जांच कर रही है।
Publish Date: Fri, 21 Mar 2025 10:25:47 PM (IST)
Updated Date: Fri, 21 Mar 2025 10:27:30 PM (IST)
चाकुओं से हमला। (फाइल फोटो)नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। शहर में गुंडागर्दी व चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ती जा रही है। शुक्रवार रात करीब आठ बजे चांदनीचौक क्षेत्र स्थित आजाद चौक परिसर में खड़ी बाइक लेने गए सराफा में काम करने वाले युवक पर दो लड़कों ने चाकू से हमला कर कई वार किए।
चाकू युवक की पीठ में ही फंसा रह गया। हमलावर फंसा चाकू छोड़कर भाग निकले। आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायल युवक को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डाक्टरों ने आपरेशन कर चाकू निकाल दिया।
युवक पर ताबड़तोड़ किए चाकू से वार
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सराफा बाजार में सोने-चांदी की दुकान पर काम करने वाला 30 वर्षीय योगेश राठौर पुत्र श्यामलाल राठौर निवासी रामगढ़ रात करीब आठ बजे आजाद चौक में अपनी बाइक लेने व लघुशंका करने गया था। वहां पहले से खड़े दो लड़कों ने उससे विवाद कर चाकू से वार करना शुरू कर दिए।
अचानक हुए हमले से योगेश को संभलने का मौके भी नहीं मिला। उससे शरीर पर कई जगह चोट आई। वहीं एक लड़के ने उसकी पीठ पर चाकू घौंप दिया। चाकू पीठ में ही फंस गया और निकल नहीं पाया। अन्य लोगों के आने व बीच-बचाव करने पर लड़के पीठ में फंसा चाकू छोड़कर लक्कड़पीठा की तरफ भाग निकले।
दुकान व क्षेत्र में काम करने वालों ने योगेश को संभाला और दो व्यक्ति उसे बाइक पर बैठाकर जिला अस्पताल ले गए। योगेश को आपरेशन रूम में ले जाया गया और उसकी पीठ से चाकू निकाला गया। शाम को किशोर को डरा रहे थे
- घटना के समय क्षेत्र में सराफा दुकानों पर काम करने वाले बादल जाट निवासी ग्राम मूंदड़ी व महेंद्रसिंह निवासी ग्राम कनेरी भी अपनी-अपनी बाइक लेने आजाद चौक में गए थे। तभी उन्होंने लड़कों को योगेश पर हमला करते देखा तो बीच-बचाव करने लगे। इस पर लड़के उन पर भी वार करने के लिए चाकू लहराने लगे तो वे जैसे-तैसे पीछे हटकर बचे। इसके बाद लड़के भाग निकले।
बादल व महेंद्रसिंह ने पुलिस को बताया कि शाम करीब चार बजे वे और योगेश आजाद चौक गए थे। तब लड़के करीब 17 वर्षीय किसी किशोर को डरा-धमका रहे थे।
योगेश ने किशोर का बचाव करते हुए लड़कों से कहा था कि क्यों डरा रह हो। माना जा रहा है कि उसी बात को लेकर रात में लड़के चाकू लेकर आजाद चौक में पहुंचे और योगेश के बाइक लेने आने का इंतजार कर रहे होगे। योगेश जब पहुंचा तो उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।