नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। रताम जिले में गुरुवार शाम गरज-चमक के साथ कई स्थानों पर धुआंधार वर्षा हुई। इससे नदी-नाले उफान पर आ गए। कई रास्ते अवरुद्ध हो गए। तेज बारिश के कारण बड़े केदारेश्वर कुंड का झरना पूरे उफान पर है। झरने की तेज गति सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।
रतलाम शहर में कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। इससे रहवासी परेशान होते रहे। लगातार मूसलधार बारिश से सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी बहने लगा। जगह-जगह जलजमाव की समस्या निर्मित हो गई। इससे राहगीरों और वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिले में रुक-रुककर रिमझिम-तेज वर्षा का दौर चल रहा है।
गुरुवार सुबह से धूप-छांव के खेल के बीच रिमझिम फुहारें आती-जाती रही। दोपहर में कुछ समय सूरज की तेजी रही। इससे लोगों के हाल बेहाल होते रहे। शाम करीब चार बजे अचानक मौसम ने पलटी मारी और वर्षा का दौर शुरू हो गया।
शुरुआत में कुछ समय बारिश की गति धीमी रही, लेकिन कुछ समय बाद गरज-चमक के साथ तूफानी बारिश शुरू हो गई। इससे चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। नदी-नाले पूरे वैग से बहने लगे। छोटे पुल-पुलियाओं पर पानी आने से कई रास्ते अवरुद्ध हो गए। ग्रामीणजन आवाजाही नहीं कर पाए। वातावरण में ठंडक घुल गई। इससे सभी ने राहत महसूस की।
बुधवार के मुकाबले गुरुवार को अधिकतम तापमान स्थिर रहा, वहीं न्यूनतम तापमान में 0.6 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। सुबह की आर्द्रता 92 प्रतिशत व शाम की 98 प्रतिशत रही, जो बुधवार को क्रमश: 95 व 78 प्रतिशत थी।
गुरुवार सुबह आठ बजे समाप्त हुए बीते चौबीस घंटों के दौरान जिले में औसत 19.38 मिमी वर्षा हुई। आलोट तहसील में 17 मिमी, जावरा में 16 मिमी, ताल 23 मिमी, पिपलौदा में 25 मिमी, बाजना में आठ मिमी, रतलाम में तीन मिमी, रावटी में 23 मिमी, सैलाना तहसील में 40 मिमी बारिश हुई। गत वर्ष इस अवधि में अब तक 101.07 मिमी बारिश हुई थी, जबकि इस वर्ष 188.25 मिमी बारिश हो चुकी है।
सरवन : ग्राम व आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को जोरदार बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए। इससे कई रास्ते अवरुद्ध हो गए। घोड़ादेव नदी उफनने से इंद्रावल मार्ग अवरुद्ध हो गया। इससे नदी के दोनों ओर ग्रामीण पानी उतरने का इंतजार करते रहे।
ग्राम में जोरदार बारिश से चारों तरफ पानी ही पानी हो गया। निचले क्षेत्रों के घरों में पानी घुस गया। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
क्षेत्र में गुरुवार को दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। शाम को तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। मस्जिद चौराहे और पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र में जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी भर गया। इससे लोगों को परेशानी हुई। नागरिकों ने जल निकासी की उचित व्यवस्था की मांग की।
गांव में गुरुवार साढ़े चार बजे से झमाझम बारिश शुरू होते ही जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। एक घंटे की तेज बारिश से कई समस्याएं खड़ी हो गईं। बारिश प्रारंभ होते ही बिजली गुल हो गई। वार्ड एक में नाली निर्माण व पानी की निकासी नहीं होने से लोगों के घरों में पानी घुस गया।
साढ़े चार बजे से गुल हुई बिजली सात बजे तक नहीं आई। रहवासियों के अनुसार वार्ड एक में नियमित साफ सफाई भी नहीं होती है। इससे कचरा इकट्ठा होकर बीमारियों को न्योता दे रहा है। पंचायत का इस ओर ध्यान दिलाने पर भी समस्या का हल नहीं हो रहा है।
गांव व आसपास के क्षेत्रों में जोरदार बारिश से खेत तालाब बन गए। जगह-जगह जलजमाव से परेशानियां बढ़ गई।