रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलाईपुरा स्थानक भवन पर बरवाला संप्रदाय के गच्छाधिपति सरदारमुनि जी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी प्रमिला जी की शिष्या सुदिशा जी, रुजुता जी, उन्नाति जी विराजित हैं। श्रावक-श्राविकाएं, बच्चे दर्शन, वंदन, मांगलिक, व्याख्यान, ज्ञान चर्चा आदि का लाभ रहे हैं। साध्वी मंडल के सान्निाध्य में सुबह राई प्रतिक्रमण, प्रार्थना, दोपहर में ज्ञान चर्चा, शाम को देवसीय प्रतिक्रमण, कल्याण मंदिर, चौबीसी आदि विविध आराधनाएं हो रही हैं। धर्मदास जैन श्रीसंघ द्वारा पक्खी पर्व मनाया गया। शाम को 6ः25 बजे से पक्खी प्रतिक्रमण श्राविका वर्ग का श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलाईपुरा स्थानक भवन और श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण चौमुखी पुल जालीवाला स्थानक भवन पर हुआ। इसमें सृष्टि के सभी जीवों से मिच्छामि दुक्कड़म कर एक-दूसरे से क्षमायाचना की गई।
यहां साध्वीवृंद के व्याख्यान हुए। व्याख्यान के दौरान श्रावक-श्राविकाओं ने तीन-तीन सामायिक की आराधना की। श्री धर्मदास जैन श्रीसंघ के अध्यक्ष अशोक चतुर, महामंत्री अजीत मेहता व प्रवक्ता ललित कोठारी ने बताया कि पर्व के अंतर्गत पौषध, उपवास, आयंबिल, नीवी, एकासना, बियासना आदि विविध तप आराधना की गई। इस दिन पुष्य नक्षत्र होने से आराधकों को आराधना करने का दोहरा लाभ मिला। अणु मित्र मंडल के कोषाध्यक्ष रितेश मांडोत के अनुसार इस अवसर पर नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप का आयोजन भी हुआ। इसमें सभी ने एक स्वर में नवकार महामंत्र की सामूहिक स्तुति की। श्रीसंघ के सचिव अशोक भरगट एवं सोहनलाल रुनवाल ने बताया कि साध्वीवृंद के व्याख्यान 16 फरवरी बुधवार को भी श्री धर्मदास जैन मित्र मंडल नौलाईपुरा स्थानक भवन पर प्रातः 9ः15 से 10ः15 बजे तक होंगे। संचालन अणु मित्र मंडल के महामंत्री राजेश कोठारी ने किया।
गोसेवा कर मनाया राष्ट्रसंत का जन्मदिन
जैन दिवाकरीय श्रमण संघीय राष्ट्रसंत कमलमुनि कमलेश का 66वां जन्मदिवस हर्षोल्लास से मनाया गया। अखिल भारतीय जैन दिवाकर विचार मंच द्वारा मुनिश्री के जन्मदिवस पर गोमाताओं को गुड़, लापसी, चना चूरी एवं हरि घास का भोजन कराया गया। जैन दिवाकर स्मारक भवन पर विराजित गुरुदेव उपप्रवर्तक प्रदीप मुनि जी आदि ठाणा के सान्निाध्य में विचार मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी नीलेश मोतीलाल बाफना, जिला महामंत्री प्रत्युष चौधरी, जिला कोषाध्यक्ष जितेंद्र खिमेसरा, विपिन श्रीश्रीमाल, संजय पुंगलिया, पंकज बोथरा, अशोक बोथरा, सुनील पटवा, जितेश गेलड़ा, अर्पित बाफना, सुशील बाफना, संजय गांग, धर्मेंद्र रांका, सुमित पुंगलिया, प्रवीण पटवा, विकास लुक्कड़ आदि सदस्यों ने गोसेवा का कार्य किया। सभी सदस्यों द्वारा नवकार महामंत्र का जाप भी किया गया।
मुनिद्वय का रतलाम में मंगल प्रवेश
मुनि आगम रत्न सागर जी, प्रशम रत्न सागर जी, वज्र रत्न सागर जी का शहर में मंगल प्रवेश हुआ। चल समारोह सायर चबूतरा स्थित गुजराती उपाश्रय से प्रारंभ होकर कलाईगर रोड, साहू बावड़ी, माणकचौक, दौलत गंज, कन्या शाला रोड, थावरिया बाजार होकर कबीर सा. उपाश्रय पहुंचा। उपाश्रय में मुनिश्री ने मांगलिक श्रवण करवाई। पारस भंडारी ने बताया कि मुनिद्वय रतलाम में अल्प प्रवास कर चातुर्मास मुंबई में करेंगे। आयोजन का लाभ शांतिलाल सुराणा परिवार ने लिया।
बिबड़ौद तीर्थ में फहराई पताका
प्राचीन जैन तीर्थ बिबड़ौद में प्राण-प्रतिष्ठा वर्षगांठ महोत्सव हुआ। सुबह धर्मोत्तेजक महिला मंडल द्वारा आदिनाथ पंचकल्याणक पूजा पढ़ाई गई। मंत्रोच्चार के साथ लाभार्थी धन्नाालाल मेहता, समरथमल तांतेड़, खेमराज कांसवा, शैतानमल कोठारी, चांदमल सुराना परिवार द्वारा जिनालय के शिखर पर नवीन पताका फहराई गई। दिलीपकुमार-अरिहंत तांतेड़ परिवार द्वारा स्वामी वात्सल्य का आयोजन किया गया। श्री केसरिया नाथ तीर्थ व्यवस्थापक कमेटी के संस्थापक अध्यक्ष अनोखीलाल छाजेड़, लालचंद सुराणा, दिनेश कुमठ, दशरथ पोरवाड़, पारस भंडारी, दिलीप तांतेड़, प्रकाश तांतेड़, राजेश सुराना, ललित लालन, निखिल बुरड़, प्रियवर्धन शाह ने लाभार्थियों का बहुमान किया।