रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मंडल में रतलाम-नीमच रेलमार्ग के दोहरीकरण के बाद रतलाम से चित्तौड़गढ़ व इससे आगे अजमेर-जयपुर तक सीधे डबलिंग ट्रेक पर ही ट्रेनों का आवागमन होगा। इससे यात्री ट्रेनों की संख्या भी बढ़ जाएगी। अभी रतलाम-नीमच के बीच 16 जोड़ी यात्री ट्रेनों का संचालन होता है जबकि मालगाड़ियों की संख्या 8 जोड़ी है। दोहरीकरण के बाद यह संख्या बढ़ेगी वहीं सफर का समय भी कम हो जाएगा। रतलाम से नीमच के बीच 31 बड़े व 133 छोटे पुल बनेंगे। 18 रेलवे स्टेशन और 27 लेवल क्रासिंग होंगी।
बुधवार को दोहरीकरण के प्रस्ताव की मंजूरी के बाद रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा डीआरएम विनीत गुप्ता को प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करने के निर्देश भी दिए। डीआएम ने बताया कि तीन चरणों में मार्च 2025 तक काम पूरा हो जाएगा। इस मार्ग के दोहरीकरण से नीमच से औद्योगिक लदान सहित यात्री ट्रेनों की आवाजाही भी सुगम होगी। दोहरीकरण का प्रस्ताव पहले ही भेजा जा चुका था। वर्ष 2022 की शुरुआत में काम प्रारंभ होने की संभावना है। मालूम हो कि नीमच-चित्तौड़गढ़ सेक्शन का दोहरीकरण पहले से चल रहा है। अब निंबाहेड़ा से नीमच के बीच का ही काम बचा है। तीन साल में काम पूरा होते ही रतलाम से चित्तौड़गढ़ तक दोहरी रेल लाइन हो जाएगी।
दोहरीकरण प्रोजेक्ट पर नजर
कुल लागत-1095.88
सिविल वर्क-868.84
इलेक्ट्रिफिकेशन-134.33
सिग्नल-88.41
मैकेनिकल-4.3
(आंकड़े करोड़ रुपये में)
तीन चरण में इस तरह होगा काम
रेलमार्ग दूरी समय सीमा
नीमच-दलौदा 63.49 मार्च 2023
दलौदा-बड़ायला चौरासी 45.05 मार्च 2024
बड़ायला चौरासी-रतलाम 24.38 मार्च 2025
ईपीसी सिस्टम से होगा टेंडर, एक ही फर्म करेगी सभी काम
योजना की जानकारी देने के साथ ही रेलमंत्री वैष्णव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में मीडिया से चर्चा भी की। उन्होंने बताया कि रेलवे में अब तकनीक और नवाचार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके चलते रतलाम-नीमच रेलमार्ग दोहरीकरण का टेंडर भी ईपीसी सिस्टम (इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कंस्ट्रक्शन) से होगा। इसमें एक ही फर्म सभी काम करेगी। कोरोना काल में विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। कुछ समय बाद ट्रेनों में पूर्व की तरह सभी श्रेणियों में छूट मिलने लगेगी और परिचालन सामान्य हो जाएगा। बुलेट ट्रेन की योजना पर भी काम चल रहा है। रेलमंत्री ने मीडिया से संवाद के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक ट्रेनों का संचालन रिन्यूएबल एनर्जी (नवकरणीय उर्जा) से करने का लक्ष्य दिया है। वीडियो कांफ्रेंसिंग में सांसद गुमानसिंह डामोर भी जुड़े थे।
Posted By: Nai Dunia News Network
- Font Size
- Close