बाजना। नवाणु यात्रा का जैन धर्म में बहुत महत्व होता है। अत्यंत कठिन यात्रा में संयम जीवन का पालन करने के साथ अत्यंत कठोर नियमों का पालन करना होता है। तपस्वियों के अनुमोदनार्थ हमें भी कोई ना कोई नियम जीवन में अवश्य लेना चाहिए। साथ ही जीवदया के लिए किए गए कार्य भव-भव से तारते हैं।
यह बात ग्राम के जैन उपाश्रय में धर्मसभा को संबोधित कर गणिवर्य आदर्श रत्न सागर जी, अक्षत रत्न सागर जी ने कही। इस मौके पर बाल तपस्वियों की नवाणु यात्रा के निमित्त निकले वरघोड़े में बड़ी संख्या में समाजजनों के साथ क्षेत्रवासियों ने सहभागिता कर तपस्वियों की अनुमोदना की। विधायक हर्ष विजय गेहलोत ने गुरुदेव से आशीर्वाद प्राप्त कर तपस्वियों की अनुमोदना की। तपस्वी बालक-बालिका अक्ष नाहर, खुशी वोरा, पूजा बाफना, डाली पालरेचा, तनिषा पालरेचा, श्रद्धा पालरेचा, पर्व पालरेचा, प्रण्य पालरेचा की अनुमोदना में कुशलगढ़ निवासी कमलेश हीरालाल ने कहा कि परिवार में यात्रा एक ने की, लेकिन तीन परिवारों का गौरव बढ़ाया है। गुरुदेव का आशीर्वाद ही है कि बच्चों ने यह यात्रा पूर्ण की। डाली यश नाहर, अर्पिता पारस नाहर, समाजसेवी कुशलगढ़ रजनीकांत खाबिया, बाजना श्रीसंघ अध्यक्ष सतीश चौरड़िया, शुभम पालरेचा ने भी अनुमोदना में भाव व्यक्त किए। स्थानक श्रीसंघ, युवा मोर्चा, रामजी निनामा मित्र मंडल, बाजना श्रीसंघ, नरेंद्र वसुनिया मित्र मंडल द्वारा तपस्वियों का बहुमान किया गया। गुरुदेव को कांबली लाभार्थी परिवार लक्ष्मीचंद नाहर व श्रीसंघ द्वारा ओढ़ाई गई। आदर्श रत्न सागर जी की प्रेरणा से भोपावर गोशाला के निमित्त एक लाख आठ हजार रु की राशि संग्रहित कर भेंट की गई। बाजना श्रीसंघ द्वारा लाभार्थी परिवार के लक्ष्मीचंद जैन, सतीश नाहर, चंद्रकांत नाहर, मनोज नाहर, संजय जैन, अनिल जैन, मनीष कावड़िया, प्रकाश चौरड़िया, मुन्नाालाल पालरेचा ने अन्य स्थानों से आए गुरु भक्तों का बहुमान किया। संचालन विमल कोठारी ने किया। आभार लक्ष्मीचंद जैन परिवार ने माना।