
नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। लखमाखेड़ी गांव में दलित परिवार की बेटी की बिंदोली सोमवार रात उस समय विवाद का कारण बन गई, जब बिंदोली राजपूत समाज के कुछ घरों के सामने पहुंची तो वहां मौजूद लोगों ने इसे रोक दिया। उन्होंने बिंदोली के आगे खड़े होकर कहा कि तुम्हारी बिंदोली गांव में नहीं निकलेगी।

सूचना मिलते ही बड़ावदा थाना प्रभारी स्वराज डाबी पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस सुरक्षा में बिंदोली को आगे बढ़ाया गया। थाना प्रभारी स्वराज डाबी ने बताया कि आरोपित बापूसिंह पुत्र पर्वतसिंह सौंधिया राजपूत, बद्रीसिंह पुत्र भेरुसिंह, कुशाल सिंह पुत्र चंदरसिंह, गोविंदसिंह, एक नाबालिग व अन्य के खिलाफ बीएनएस धारा 176 और एससी-एसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। घटना के बाद सभी आरोपित भाग निकले, जिनकी तलाश की जा रही है।
लखमाखेड़ी निवासी सुरेश कटारिया ने पुलिस को बताया कि वह सब्जी बेचने का काम करते हैं। उनकी बड़ी बेटी की शादी बुधवार को होने वाली है। शादी के पूर्व होने वाली रस्म के तहत सोमवार रात करीब 9:30 बजे वे गांव में बिंदोली निकाल रहे थे।
जैसे ही बिंदोली गांव के बापूसिंह के घर के सामने पहुंची, बापूसिंह और बद्रीसिंह घर से बाहर आए और बिंदोली निकालने का विरोध करने लगे। थोड़ी ही देर में गांव के कुशाल सिंह, नाबालिग, गोविंदसिंह तथा अन्य लोग भी वहां पहुंच गए। शिकायत के अनुसार, इन लोगों ने गालीगलौज की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए दुल्हन के परिवार को अपमानित किया। घटना के विरोध में भीम आर्मी, आजाद समाज पार्टी के पूर्व मप्र अध्यक्ष सुनील अस्तेय, जिलाध्यक्ष गोपाल वाघेला सहित अन्य लोगों ने आपत्ति जताई और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।