आलोट (नईदुनिया न्यूज)। विकासखंड के एकमात्र घनी आबादी वाले विक्रमगढ़ आलोट रेलवे स्टेशन वर्तमान में रेल प्रशासन की अनदेखी का शिकार है। यहां रिजर्वेशन काउंटर का समय केवल दोपहर तीन बजे तक है। ऐसे में शनिवार को लंबी लाइनें लगने व काउंटर बंद होने का समय होने के कारण आम लोगों को रिजर्वेशन टिकट नहीं मिल पाते हैं।
यात्री डा. अनूप सोलंकी, नरेंद्र ने बताया कि उन्हें अतिआवश्यक काम से बाहर जाना था, लेकिन रिजर्वेशन काउंटर पर लंबी लाइन लगने और काउंटर का समय खत्म होने से बिना टिकट लिए खाली हाथ लौटना पड़ा। खिड़की का समय ज्यादा होता तो रेल टिकट मिल जाता। इससे लगभग 20-30 यात्रियों को खाली हाथ लौटना पड़ा। दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग का विक्रमगढ़ आलोट प्रमुख स्टेशन है। यहां से मात्र आठ किमी की दूरी पर प्रसिद्ध नागेश्वर जैन तीर्थ है, जहां देशभर से श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है। इसके बावजूद भी रिजर्वेशन काउंटर का समय सीमित है। दोपहर तीन बजे के बाद टिकट नहीं मिल पाते हैं। रेलवे संगठन के सदस्य पंकज सोनी, रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य नंदनराज जैन ने कोटा डीआरएम को पत्र लिखकर आलोट स्टेशन पर रिजर्वेशन काउंटर का समय शाम छह बजे तक करने की मांग की है।
आज से मिलेगी यात्रियों को सामान्य टिकट की सुविधा
पश्चिम मध्य रेल प्रशासन द्वारा अपने क्षेत्राधिकार के कोटा, जबलपुर, भोपाल मंडल में आठ नवंबर से सामान्य टिकटों की सुविधा कुछ ट्रेनों में शुरू की जाएगी। इसी प्रकार कोटा मंडल भी कोटा से नागदा के बीच चलने वाली 09802 कोटा-नागदा इंटरसिटी में कोटा जंक्शन से सामान्य टिकट शुरू करेगा। इससे इस रूट के यात्रियों को सुविधाएं मिलेगी। साथ ही गरीब, मजदूर, निम्न आय वर्ग के लोगों को भी सुलभ रूप से टिकट की सुविधा मिल सकेगी। कोटा मंडल सीनियर डीसीएम अजय कुमार पाल ने बताया कि 09802 कोटा-नागदा इंटरसिटी में आठ नवंबर से सामान्य टिकट कुछ ही डिब्बों डी-वन से डी-फोर में शुरू होगी, लेकिन नागदा से कोटा की ओर चलने वाली 09801 नागदा-कोटा इंटरसिटी में सामान्य टिकट स्टेशन से नहीं मिलेंगे, यह यात्रियों के साथ मजाक है। यह ट्रेन कोटा से नागदा व नागदा से कोटा के बीच अप डाउनर्स के लिए भी महत्वपूर्ण ट्रेन है। ऐसे में यात्रियों को नागदा से कोटा की ओर जाने में असुविधा होगी। पश्चिम मध्य रेल जोन में सामान्य टिकट व एमएसटी शुरू करने के लिए रेलवे अप डाउनर्स वेलफेयर एसोसिएशन विदिशा लंबे समय से संघर्षरत है। संगठन के अध्यक्ष कमलेश सेन आदि ने अनेक प्रकार से अपनी बात रेल राज्यमंत्री से लेकर देश के जनप्रतिनिधियों, मप्र के विधायकों, रेल अधिकारियों के सामने रखी थी।