आलोट। कोरोना काल के बाद से रेलवे द्वारा यात्रियों के लिए ट्रेन सुविधाएं प्रारंभ करना तो दूर लेकिन जो ट्रेन प्रारंभ की है, उनमें नए-नए नियम लागू करने से रेल यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेन को स्पेशल नाम देकर उपभोक्ताओं से ज्यादा किराया भी वसूला जा रहा है।
पश्चिम मध्य रेलवे ने सामान्य दर्जे के टिकट और सामान्य दर्जे के कोचों की व्यवस्था कुछ पैसेंजर ट्रेनों में प्रारंभ की है। कोरोना काल के पूर्व कोटा रेल मंडल के कोटा से नागदा के बीच चलने वाली मेला गाड़ी के नाम पर कोरोना काल के बाद कोटा-नागदा के बीच स्पेशल ट्रेन के नाम पर इंटरसिटी 09802 व नागदा-कोटा के बीच 09801 प्रारंभ की है, लेकिन उक्त ट्रेन में उपभोक्ताओं के लिए रेलवे ने दो नियम बना रखे हैं। कोटा से नागदा के बीच चलने वाली पैसेंजर ट्रेन में बिना आरक्षण के यात्री टिकट लेकर यात्रा कर सकते हैं, जबकि नागदा से कोटा के बीच सफर करना है तो यात्रियों को रिजर्वेशन कराना पड़ रहा है। उक्त ट्रेन में जनरल टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। इससे यात्रियों को अधिक किराया देना पड़ रहा है। दोनों ट्रेन में दो आगे और दो पीछे जनरल कोच है।
नहीं हुए स्टापेज
कोरोना काल के पूर्व जो ट्रेनें विक्रमगढ़ आलोट स्टेशन पर रुक रही थी, उनमें से कुछ ट्रेनें रेलवे ने जरूर प्रारंभ की है, लेकिन उनके स्टापेज विक्रमगढ़ आलोट रेलवे स्टेशन पर नहीं दिए गए हैं। इससे रेल यात्रियों परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार बिलासपुर-बीकानेर भगत की कोठी, जयपुर-चेन्नाई, जयपुर-कोयंबटूर, जयपुर-मैसूर, बांद्रा टर्मिनस-वैष्णोदेवी, हापा-वैष्णोदेवी, पुरी-जोधपुर, बांद्रा टर्मिनस-बरौनी अवध एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज विक्रमगढ़ आलोट रेलवे स्टेशन पर समाप्त कर दिया गया है। बरसों पुरानी फिरोजपुर जनता एक्सप्रेस भी बंद कर दी गई है इससे मुख्यालय रतलाम आने-जाने में भी यात्रियों को परेशानी हो रही है। रतलाम-मथुरा लोकल ट्रेन भी अभी रेलवे ने प्रारंभ नहीं की है। क्षेत्र की जनता अभी भी जनप्रतिनिधियों को रेल सुविधा बहाल नहीं होने पर कोस रही है।