रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मेडिकल कालेज में कोरोना पाजिटिव ग्राम ढोढर निवासी भंवरलाल सेठिया की उपचार के दौरान मौत होने के बाद स्वजनों द्वारा लापरवाही बरतने की शिकायत पर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। एडीएम जमुना भिड़े ने जांच शुरू कर बयान लिए हैं।
मनीष पुत्र भंवरलाल सेठिया ने कलेक्टर को शिकायत कर बताया कि 19 मई को कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव आने पर पिता भंवरलाल सेठिया को ढोढर के कोविड सेंटर छात्रावास में भर्ती करने के बाद वहां से 22 मई को जावरा शासकीय चिकित्सालय में तथा 23 मई को उन्हें शासकीय मेडिकल कालेज बंजली लाकर भर्ती किया गया. 30 मई को वे अच्छी स्थिति में थे। उसके बाद मुझे चार दिनों तक उनसे मिलने नहीं दिया। दो जून को सुबह में पीपीई किट पहनकर आइसीयू में गया तो पिताजी बेसुध पड़े थे। उनके कपड़े व चादर मल-मूत्र से भरे हुए थे। हाथों में सूजन थी। मैंने मोबाइल से फोटो भी लिए और इसकी जानकारी डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन, कालेज के डीन डा जितेंद्र गुप्ता को दी। दो जून की शाम मेरे मोबाइल पर मेडिकल कालेज से फोन आया कि पिताजी की हालत खराब है। जब मैं वहां पहुंचा, तो एक घंटे तक कोई जवाब नहीं दिया व बाद में कह दिया कि उनकी मौत हो गई है। मेरे पिता की मौत कालेज में देखभाल के अभाव में व उपचार में लापरवाही की वजह से हुई है। इधर जांच के आदेश के बाद शुक्रवार को मनीष के बयान लिए गए।
भर्ती महिला नर्स के लिए निकाली, पुरुषों ने दे दी परीक्षा
रतलाम। शासकीय मेडिकल कालेज में महिला स्टाफ नर्स के 390 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में पुरुष आवेदकों ने भी आवेदन कर परीक्षा दे दी। एमपी आनलाइन द्वारा की गई चूक से यह स्थिति बनी है। कालेज प्रबंधन द्वारा 390 पदों के लिए जारी विज्ञप्ति में महिला आवेदकों को 25 अप्रैल कर एमपी आनलाइन के माध्यम से आवेदन करना था। आवेदन प्रक्रिया में मेल व फीमेल का आप्शन होने पर पुरुष आवेदकों ने आवेदन कर जेंडर में फीमेल का विकल्प ले लिया और 29 मई को इंदौर में आयोजित परीक्षा में शामिल भी हो गए। अब चूक उजागर होने पर संबंधितों को अपात्र करने की तैयारी है। कालेज डीन डा जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि अपात्रों के नाम हटा दिए जाएंगे।