नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। नवरात्रि पर्व व गरबा में मुस्लिमों के शामिल होने को लेकर आपत्ति व विरोध के स्वर के बीच अब शहर काजी अहमद अली ने मुस्लिम समाजजन के नाम खुला पत्र लिख युवा व बच्चों को गरबा आयोजन में जान से रोकने की अपील की है। गत वर्ष भी इसी तरह का पत्र शहर काजी की ओर से जारी किया गया था।
मुस्लिम समाजजन के लिए जारी पत्र में उल्लेख किया गया है कि हिंदू भाइयों का बड़ा पर्व नवरात्रि चल रहा है। कई बार ऐसा होता है कि मुस्लिम लड़के-लड़कियों के आयोजन में जाने से आयोजकों को कड़ी आपत्ति होती है और दो समाजों में विवाद की स्थिति बनती है। इससे आपसी भाईचारे पर बुरा असर पड़ता है।
सभी घर के बड़े-बुजुर्गों से अपील है कि अपने बच्चों को गरबा में जाने से रोकें, यह दीनी लिहाज से भी कतई दुरस्त नहीं है। मामले में काजी अहमद अली ने बताया कि अभी के माहौल में जनप्रतिनिधि से लेकर गरबा आयोजक तक मुस्लिमों के गरबा आयोजन में आने पर आपत्तिजनक बयान दे रहे हैं। हमने अपनी ओर से समाजजन से ही संयमित शैली में अपील की है।
हाकिमवाड़ा में लगाया गया बोर्ड।
गरबा पांडालों में लगाए गैर हिंदू के न आने के बोर्डइधर शहर में पैलेस रोड, अलकापुरी, राममंदिर, चार बत्ती चौराहा सहित कई जगह गरबा आयोजकों ने भी गरबा में गैर हिंदूओं के न आने व मूर्ति पूजा को न मानने वाले मूर्ति पूजा से दूर रहें के बोर्ड लगा दिए। इससे भी चर्चाओं ने जोर पकड़ा है। बोर्ड लगाने के पीछे आयोजकों ने भी इसे समय अनुसार कार्रवाई बताया है। हाकिमवाड़ा में भी गरबा पांडाल पर इस तरह के बोर्ड लगाए गए।