रतलाम (नईदुनिया प्रतिनिधि)। आदतन अपराधियों व सटोरियों के खिलाफ जिला व प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत मंगलवार दोपहर दीनदयाल नगर में विभिन्ना मामलों के आरोपित दीपक उर्फ दीपू टांक का तीन मंजिला मकान तोड़ दिया गया। स्वजन विरोध करने लगे तो पुलिस प्रशासन ने उन्हें वहां से हटा दिया। मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू होने के कुछ देर बाद ही दीपक के एडवोकेट मौके पर स्टे की कापी लेकर पहुंचे। अधिकारियों ने आपस में चर्चा की व नगर निगम के एडवोकेट से राय ली। इस कारण करीब 20 मिनट तक कार्रवाई रुकी रही। इसके बाद पुनः मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई और करीब सवा घंटे तक चली कार्रवाई में मकान का अगला हिस्सा बुलडोजर से तोड़ दिया गया।
उल्लेखनीय है कि सट्टे के रुपयों को लेकर हुए विवाद को लेकर 21 जनवरी की शाम आरोपित अकबर हुसैन व उसके दो साथियों ने दोपहिया वाहन पर पहुंचकर भाटों का वास पर सोहनलाल राठौड़ उर्फ दादू के नमकीन के हाथ ठेले पर पिस्टल से फायर किए थे। क्षेत्रवासियों ने सट्टे को लेकर आक्रोश व्यक्त किया था। दो घंटे बाद ही प्रशासन ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम व एसपी गौरव तिवारी के निर्देशन में सख्ती दिखाते हुए मुख्य आरोपित अकबर हुसैन का मकान धराशाही कर दिया था। वहीं रविवार तक चार दिन में अन्य सटोरियों, आदतन अपराधियों, गुंडे-बदमाशों के 17 मकान तोड़े गए थे। मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे से पुनः कार्रवाई प्रारंभ की गई। प्रशासन, नगर निगम व पुलिस का अमला दीनदयाल नगर में दीपक उर्फ दीपू टांक के घर के बाहर पहुंचा और यातायात बंद कर पुलिस बल तैनात किया गया। शाम करीब साढ़े चार बजे तक कार्रवाई चलती रही। इस दौरान एडीएम एमएल आर्य, एएसपी डा. इंद्रजीत बाकरवाल, एसडीएम अभिषेक गेहलोत, सीएसपी हेमंत चौहान, नगर निगम के अधिकारी, अनेक थाना प्रभारी व जवान उपस्थित रहे।
अतिरिक्त निर्माण की नपती कराना थी
दीपक के एडवोकेट पंकज रजक ने मीडिया को बताया कि इस प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में आवेदन लगाया था कि कितना अतिरिक्त निर्माण है, इसकी कमिश्नर नपती करा ले। उसके बाद तोड़ देना। न्यायालय ने 27 जनवरी तक यथास्थिति का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि तब तक नगर निगम का अमला वहां नहीं जाएगा। बड़े-बड़े अधिकारी यहां है, जिन्हें यथास्थिति का आर्डर दिखाया। इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ने यह बोलकर तोड़ दिया कि उन्हें नगर निगम आयुक्त का फोन नहीं आया। किसी ने आदेश नहीं माना।
एमओएस के आधार पर नोटिस दिया था
नगर निगम ने एमओएस के आधार पर नोटिस दिए थे, इसी आधार पर मकान तोड़ने की कार्रवाई की गई है। दीपक पर सूदखोरी सहित अनेक मामले दर्ज हैं। कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनी रहे। इसके लिए पुलिस बल के साथ आए थे। - अभिषेक गेहलोत, एसडीएम शहर