नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। गणेश मूर्ति ले जाने के दौरान मोचीपुरा में पथराव की घटना को झूठा बताने व विरोध करने आए लोगों पर लाठीचार्ज, प्रकरण दर्ज करने पर विरोध के चलते एसपी राहुल लोढ़ा का तबादला होने के बाद भी सर्वहिंदू समाज में नाराजगी बनी हुई है।
बुधवार को बड़ी संख्या में समाजजन रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर बाथम को ज्ञापन सौंप कर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई और होमगार्ड कालोनी निवासी 19 वर्षीय प्रकाश मईड़ा की मौत भी लाठीचार्ज में घायल होने से बताते हुए दोषियों पर हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई। कलेक्टर ने एडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं।
मंगलवार रात करीब आठ बजे हिंदू समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद बुधवार दोपहर समाज स्तर पर ज्ञापन की घोषणा की घई। रात करीब 12 बजे शासन ने एसपी राहुल लोढ़ा का तबादला कर नरसिंहपुर एसपी अमित कुमार को रतलाम का नया एसपी पदस्थ कर दिया।
माना जा रहा था कि इस कार्रवाई से आक्रोश कम होगा, लेकिन बुधवार को कालिका माता मंदिर परिसर से दोपहर करीब 3:30 बजे शुरू हुई रैली में बड़ी संख्या में सर्वहिंदू समाजजन शामिल हुए।
कलेक्ट्रेट में सौंपे गए ज्ञापन में अवगत कराया गया कि सात सितंबर को गणेश मूर्ति पर मोचीपुरा क्षेत्र में पथराव के बाद स्टेशन रोड थाने पर प्रकरण दर्ज करने में आनाकानी की गई।
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बाद में समाज के बढ़ते आक्रोश व लोगों के आने पर सामान्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया। रात में वापस लौटते समय हाथीखाना के समीप पुलिस ने जबरन लाठीचार्ज कर वहां मौजूद महिलाओं से भी मारपीट की गई।
लाठीचार्ज में घायल होमगार्ड कालोनी निवासी प्रकाश मईड़ा की मौत के बाद बगैर पोस्टमार्टम कराए उसके परिवार पर दबाव बनाकर अंतिम संस्कार करवा दिया गया। मामले में दोषी लोगों की जांच करवाकर हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए।
रैली में हिंदू जागरण मंच के कमलेश ग्वालियरी, राजेश कटारिया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, महामंत्री निर्मल कटारिया, पूर्व आरडीए अध्यक्ष अशोक पोरवाल, गोविंद काकानी, अशोक चोटाला, प्रवीण सोनी, आशीष सोनी, वीरेंद्र वाफगांवकर, मनोहर पोरवाल, गोपाल काकानी, विकास कोठारी, जयेश राठौड़, मनीष शर्मा, यतिंद्र भारद्वाज आदि मौजूद रहे।
मृतक प्रकाश के ममेरे भाई अमन कटारा ने बताया कि गणेश मूर्ति के जुलूस पर पथराव की सूचना पर मोचीपुरा पहुंचे थे। लाठीचार्ज के दौरान प्रकाश को पुलिस ने घेर लिया। रात करीब दो बजे प्रकाश ने फोन पर बताया कि घर पर मत बताना, मुझे पुलिस ने मुझे बहुत मारा है। पोलो ग्राउंड पर लेने आ जाओ।
दोस्त के साथ बाइक पर जाकर प्रकाश को घर लेकर आए। रविवार को उसके हाथ-पैरों में सूजन आ गई और शाम को तबीयत खराब होने पर उपचार करवाया। सोमवार अलसुबह प्रकाश ने पैरों में तेज दर्द होने की शिकायत की।
देखा तो उसके पैरों पर लाठी के निशान भी थे। अस्सी फीट रोड स्थित निजी अस्पताल में इलाज के बाद महू रोड स्थित निजी अस्पताल ले गए, वहां प्रकाश को मृत घोषित कर दिया गया।
इस दौरान दो पुलिसवाले बाइक पर आए और कहा कि पीएम मत करवाना, नहीं तो तुम्हारा मकान तोड़ देंगे। शव घर लाने पर भी दो-चार अन्य पुलिसवाले भी आए और यही दबाव बनाया। हम घबरा गए थे, तो डर के मारे कुछ नहीं कहा और अंतिम संस्कार कर दिया। अब परिवार एकजुट हुआ है तो शिकायत कर रहे हैं।
कुछ समय बाद लखन, काजल किन्नर आदि रिपोर्ट लिखाने थाने पहुंचे। इसी बीच बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने थाने पहुंचकर एफआईआर की मांग को लेकर घेराव कर दिया था। पुलिस ने लखन रजवानिया की रिपोर्ट पर पथराव को लेकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
सके बाद भीड़ हाथीखाना होकर मोचीपुरा की तरफ जा रही थी, तभी क्षेत्र में सड़क किनारे वाहनों में तोड़फोड़ कर पथराव किया गया था। इसमें पुलिस का एक वाहन, मैजिक, लोडिंग आटो के कांच टूटे व बाइकों में नुकसान हुआ था।
पुलिस ने आरोपित लखन रजवानिया, काजल किन्नर, रवि शर्मा, महेंद्र सोलंकी, भाजयुमों जिला उपाध्यक्ष जलज साखला, रवि सेन, विजय प्रजापत, नितेश, मुकेश बंजारा, मथन मुसले, अमन जैन, जयदीप गुर्जर व अज्जू सहित करीब डेढ़ सौ आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था।
प्रकाश मईड़ा की मौत बीमारी के कारण हुई थी। उसे नौ सितंबर को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था कुछ और तथ्य होंगे तो जांच की जाएगी।-राहुल लोढ़ा, एसपी