नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने रतलाम रेलवे स्टेशन परिसर से एक युवक को एक किलो सोने के जेवर ले जाते हिरासत में लिया है। युवक के पास से जेवर से संबंधित बिल व अन्य प्रमाणिक दस्तावेज नहीं मिले हैं। मामले में अब जीएसटी, आयकर विभाग की टीम जांच करेगी।
रतलाम से मुंबई, राजस्थान के क्षेत्रों में बगैर बिल के सोने के जेवर लाने-ले जाने का अवैध काम बड़े पैमाने पर चलता है। कई बार करोड़ों रुपये नकदी व सोने के जेवर पुलिस जब्त कर चुकी है। 29 मई 2024 की रात करीब 12.30 बजे रतलाम के पुराने माल गोदाम क्षेत्र से एक युवक पिट्ठु बैग टांगे जा रहा था।
इस दौरान वहां ड्यूटी पर मौजूद आरपीएफ टीम के हेड कांस्टेबल अजयराव बाविस्कर, कांस्टेबल प्रमोद कुमार शर्मा, विपिन मेहता ने शंका होने पर उसे रोककर बैग की जांच की और आरपीएफ पोस्ट लेकर गए। बैग में 1124.43 ग्राम वजन के सोने के जेवर निकले, जिनकी कीमत लगभग 80 लाख रुपये है।
युवक ने पूछताछ में अपना नाम 34 वर्षीय भगवान सिंह पुत्र भूर सिंह राजपूत, हाल निवासी वेद व्यास कालोनी, रतलाम और स्थायी निवास ग्राम मेडिया, पोस्ट काछबली खेरावड़ी, तहसील भीम, जिला राजसमंद, राजस्थान का होना बताया।
ये जेवर हुए बरामद
आरपीएफ पोस्ट प्रभारी में आरपीएफ निरीक्षक सतीश तंवर ने दो पंचों के समक्ष पिट्ठू बैग को खुलवाया तो प्लास्टिक के एक बाक्स पर गोल्डन टेपिंग व दूसरे पर सफ़ेद रंग की टेपिंग थी। गोल्डन टेपिंग बाक्स में कुल चार थैलियों में 08 नग टीका वजन 35.530 ग्राम, 31 नग लेडीज रिंग वजन 151.590 ग्राम, 01 नग अन्य लेडीज रिंग 8.340 ग्राम, 12 नग बाम्बे हार वजन 243.94 ग्राम व 44 नग पेंडल वजन 216.830 ग्राम निकले। दूसरे सफ़ेद रंग के बाक्स में 12 नग चिकार सेट वजन 468.20 ग्राम था। सभी जेवरात का कुल वजन 1124.43 ग्राम निकला।
ज्वेलर्स का डिलीवरी चालान दिया, लेकिन पूरी जानकारी नहीं
युवक ने सोने के जेवरात के बिल व रसीद के बारे में पूछने पर खरीदी संबंधी कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। उसने चांदनी चौक स्थित केडी ज्वेलर्स का डिलीवरी चालान प्रस्तुत किया। जिसमें सभी जेवरात प्रति नग व वजन के साथ उक्त चालान में उल्लेखित थे। सामानों की कीमत एवं जीएसटी का कोई उल्लेख नहीं था। आरपीएफ ने आयकर विभाग रतलाम व इंदौर एवं सीजीएसटी एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क, प्रभाग रतलाम (मध्य प्रदेश) को मौखिक व शासकीय मेल के माध्यम से सूचना दी है।