नई दुनिया, रीवा (Viral fever in Rewa)। मध्य प्रदेश के रीवा में वायरल फीवर से पांच बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। जिले के अलग-अलग स्थानों से 12 बच्चों को रीवा के गांधी स्मारक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। परिजन का आरोप है कि अस्पताल जूनियर डॉक्टरों के भरोसा चल रहा है, जिनकी लापरवाही से बच्चों की मौत हुई है। फिलहाल अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई बयान नहीं आया है।
रीवा के संजय गांधी अस्पताल में पांच बच्चों की मौत की सूचना इंटरनेट मीडिया पर जमकर वायरल हो गई। जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन पर और स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे। अब पूरे मामले में संजय गांधी स्मृति अस्पताल की ओर से सफाई दी गई है। पांच बच्चों की मौत की खबर को असत्य और भ्रामक बताया गया है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने अब तक मंगलवार के आंकड़े नहीं दिए हैं।
अस्पताल के अधीक्षक राहुल मिश्रा का कहना है कि अस्पताल में इलाज के दौरान एक ही बच्चे की मौत हुई है। जो हृदय रोग से ग्रसित था। इसके अलावा बच्चे को पीलिया की बीमारी भी थी, जिनके बचने की संभावना पहले से बहुत कम थी। 2 सितंबर को कान्हा बुनकर पिता सूरज बनकर उम्र 6 वर्ष निवासी सज्जनपुर की मृत्यु हुई है।अन्य दो बच्चे मृत अवस्था में अस्पताल लाए गए थे। जिनके नाम क्रमशः आशा साकेत पिता मुन्ना लाल साकेत उम्र 01 महीना (बच्चा) निवासी अमरपाटन जिला सतना और दूसरा प्रियांश केवट पिता अशोक केवट उम्र 05 वर्ष (बच्चा) निवासी रामपुर कर्चुलियान जिला रीवा है।
इंटरनेट मीडिया में पांच बच्चों की मौत की खबर वायरल हुई। जिस पर सीएमएचओ से रिपोर्ट मांगी गई। अभी तक अस्पताल में 1 ही बच्चे की मौत हुई है। जो गंभीर अवस्था में अस्पताल लाया गया था। जिसके बचने की सम्भावना कम थी। अन्य दो बच्चे मृत अवस्था में लाए गए। इस तरह से कुल तीन मौतों की सूचना है।
प्रतिभा पाल कलेक्टर