
नईदुनिया प्रतिनिधि,रीवा। रीवा लोकायुक्त टीम ने सेमरिया तहसील के शाहपुर सर्किल में पदस्थ एक राजस्व निरीक्षक को रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भूमि सीमांकन के नाम पर अवैध वसूली के खिलाफ की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित इंद्रमणि प्रसाद शुक्ल ग्राम बीड़ा ने अपनी जमीन का सीमांकन करवाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने शाहपुर सर्किल में पदस्थ राजस्व निरीक्षक राम विश्वास कोल से संपर्क किया।
आरोप है कि राजस्व निरीक्षक ने सीमांकन की फाइल को आगे बढ़ाने और कार्य पूरा करने के बदले में 5,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
फरियादी इंद्रमणि शुक्ल ने इसकी शिकायत 16 दिसंबर को लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक से की। शिकायत मिलने के बाद लोकायुक्त टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इसका सत्यापन कराया। जांच में शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद आरोपी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
बताया गया कि कुल 5,000 रुपये की मांग में से 2,000 रुपये बतौर एडवांस पहले ही दिए जा चुके थे। शेष 3,000 रुपये की राशि आज दी जानी थी। जैसे ही राजस्व निरीक्षक ने गौरा गांव में फरियादी से रिश्वत की बकाया राशि 3,000 रुपये ली, वैसे ही वहां घात लगाकर बैठी लोकायुक्त की टीम ने उन्हें दबोच लिया।
पकड़े जाने के बाद उनके हाथ धुलवाए गए, जिससे रिश्वत के रूप में लिए गए नोटों का रंग उनके हाथों पर आ गया।लोकायुक्त निरीक्षक एसराम मरावी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
आरोपी राजस्व निरीक्षक राम विश्वास कोल के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है।
लोकायुक्त टीम ने राजस्व निरीक्षक के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया है जबकि आगे की कार्रवाई करने के लिए टीम ने प्रकरण दर्ज लोकायुक्त भोपाल भेज दिया है।