
नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा। पट्टे की जमीन पर रास्ता बनाने का विरोध करने पर मध्य प्रदेश के रीवा जिले में 2 महिलाओं पर डंपर में भरा मुरम पलटकर उनको उसमें जिंदा दफनाने की कोशिश की गई। शनिवार को दोपहर हुई इस घटना का वीडियो रविवार को वायरल हुआ तो पुलिस ने मामले में कार्रवाई की और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
घटना रीवा जिले के मनगंवा थाना क्षेत्र के गंगेव गांव की है। पुलिस के अनुसार, गांव में दो पक्षों में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। आरोपित पक्ष के गोकर्ण प्रसाद पांडेय और महेंद्र प्रसाद पांडेय एक जमीन पर रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे थे।

यह जमीन पट्टे की बताते हुए दूसरे पक्ष के जीवेश पांडेय और शिवेश पांडेय ने रास्ते का निर्माण रोका तो शनिवार को पहले हुआ फिर दोनों पक्षों में मारपीट हुई। इस दौरान आरोपी गोकर्ण व महेंद्र के कहने पर राजेश सिंह डंपर से मुरम लेकर आया था।

आरोप है कि आरोपियों ने जीवेश की पत्नी ममता और शिवेश की पत्नी आशा के ऊपर डंपर से लाई गई मुरम पलट दी। वायरल वीडियो में दोनों महिलाएं धड़ तक मुरम में दबी नजर आ रही हैं। शोर मचाने पर ग्रामीणों ने काफी मशक्कत करके दोनों महिलाओं को मुरम से निकाला। दोनों घायल हुई हैं और उनका एक अस्पताल में उपचार किया जा रहा है।
आरोपियों के खिलाफ जान से मारने की कोशिश की धारा में एफआईआर दर्ज करके रविवार शाम को एक आरोपित गोकर्ण प्रसाद पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया है। विवेक कुमार, एएसपी, देहात
वहीं, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व केंद्र मंत्री अरुण यादव ने एक्स पर इस घटना को लेकर मप्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। कहा है कि भाजपा सरकार में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि महिलाओं को जिंदा दफनाने का प्रयास किया गया है। उन्होंने इस घटना की जांच कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
महिलाओं के विरुद्ध किसी भी अपराध के आरोपित छोड़े नहीं जाएंगे
मुख्यमंत्री डाॅ.मोहन यादव ने कहा कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्राप्त वीडियो से रीवा जिले में महिलाओं के विरुद्ध अपराध का मामला संज्ञान में आया, जिसमें जिला प्रशासन एवं पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। रीवा जिले के थाना मनगंवा अंतर्गत हनौता कोठार गांव में जमीन संबंधी पारिवारिक विवाद में दो महिलाओं पर डंपर से मुरुम डालने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
दो अन्य की तलाश की जा रही है। उपचार के बाद महिलाओं को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। मध्य प्रदेश के नागरिकों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनके विरुद्ध किसी भी अपराध में आरोपितों को छोड़ा नहीं जाएगा। कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।