
नईदुनिया प्रतिनिधि,रीवा। लोकायुक्त पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। सतना जिले के रामपुर बघेलान तहसील कार्यालय में पदस्थ नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह को लोकायुक्त की टीम ने 10,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया । इस कार्रवाई से पूरे राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया है।
लोकायुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार यह पूरी कार्रवाई रीवा लोकायुक्त एसपी सुनील पाटीदार के निर्देशन में 15 सदस्यीय टीम द्वारा की गई है। शिकायतकर्ता आशुतोष सिंह, जो चोरहटा रीवा के निवासी हैं। उनकी पुश्तैनी जमीन रामपुर बघेलान तहसील के अंतर्गत आती है। इस जमीन के बंटवारा प्रकरण का निराकरण करने और आदेश पारित करने के एवज में नायब तहसीलदार वीरेंद्र सिंह वृत्त मोहारी कटरा द्वारा रिश्वत की मांग की गई थी।
बताया गया है कि नायब तहसीलदार ने इस काम के बदले कुल 20,000 की मांग की थी। इसमें से 10,000 की पहली किश्त उन्होंने गत 15 दिसंबर 2025 को अग्रिम के तौर पर पहले ही ले ली थी। शेष 10,000 की राशि आज दी जानी थी।
जब पीड़ित ने इसकी शिकायत लोकायुक्त कार्यालय में की, तो टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया और जाल बिछाया। जैसे ही आशुतोष सिंह ने तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार को 10,000 की शेष राशि थमाई, लोकायुक्त की टीम ने उन्हें दबोच लिया।
ट्रैप की कार्रवाई के बाद आरोपी तहसीलदार को अग्रिम कानूनी प्रक्रिया के लिए रीवा लाया गया है। यहां कार्रवाई पूरी हो जाने के बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है।लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।