नईदुनिया प्रतिनिधि, रीवा: बेटे से कर्ज वसूलने के लिए उसके 71 वर्षीय पिता का शहर के भीतर से दिनदहाड़े अपहरण करने का मामला सामने आया हैा आरोपियों ने बुजुर्ग को उठाने के बाद उसके बेटे से फिरौती के रूप में कर्ज में दिए गए पैसों की मांग भी की। हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बुजुर्ग को सुरक्षित बचा लिया गया और मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि उसके साथी अभी फरार हैं।
दरअसल यह घटना गत रविवार को शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के बड़ी पुल के पास की है। जानकारी के मुताबिक, जयस्तंभ घोघर निवासी रामभोला मिश्रा किसी काम से जा रहे थे। जब वे सिटी कोतवाली थाने के बड़ी पुल के पास पहुंचे, तो एक चार पहिया वाहन में सवार कुछ युवकों ने उन्हें जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया और इटौरा बायपास ले गए।
हालांकि शुरुआत में किसी को इस घटना की जानकारी नहीं हुई, लेकिन जब परिजनों को उनके अपहरण का पता चला तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। दिनदहाड़े भीड़ वाले इलाके से बुजुर्ग के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने तत्काल थाना प्रभारी श्रंगेश सिंह राजपूत के नेतृत्व में एक टीम गठित की।
पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों का पता लगाया, जो बुजुर्ग को इटौरा बायपास तक ले गए थे। पुलिस ने तुरंत शहर से बाहर जाने वाले सभी रास्तों को घेर लिया, तभी पुलिस की घेराबंदी देखकर अपहरणकर्ता बुजुर्ग को शहर के ही ढेकहा तिराहे के पास छोड़कर फरार हो गए।
यह भी पढ़ें: Umaria News: नाले में मिला दो दिन का नवजात, हालत नाजुक, जांच में जुटी पुलिस
पूछताछ में बुजुर्ग ने बताया कि आरोपी प्रवीण मिश्रा ने उन्हें अपनी कार में बैठाकर उनका अपहरण किया। तत्काल पुलिस ने उक्त आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया। घटना में उसके तीन अन्य साथी भी शामिल थे, जो वारदात के बाद से फरार है, जिनकी फिलहाल पुलिस तलाश कर रही है।
यह भी पढ़ें: Shivpuri News: ऑटो चालकों को पुलिस की चेतावनी, 5 से अधिक बच्चे बिठाए तो होगी कार्रवाई
बताया गया कि आरोपी पहले पीड़ित के घर किराए पर रहता था। पीड़ित के बेटे ने आरोपी से पैसे उधार लिए थे और वापस नहीं कर रहा था। यहां तक कि वह उसका फोन उठाना भी बंद कर दिया था। इसी कारण आरोपी ने बेटे को धमकी देने के लिए उसके पिता का अपहरण कर लिया और कहा कि जब तक पैसे नहीं मिलेंगे, पिता को नहीं छोड़ेगा। करीब तीन से चार घंटे तक आरोपी और बेटे के बीच बातचीत चलती रही। इसी बीच पुलिस को सूचना मिल गई, जिससे आरोपी की साजिश फेल हो गई।