नईदुनिया प्रतिनिधि,रीवा। रीवा जिले में रीवा-मनगवा नेशनल हाईवे पर गुरुवार को एक बड़ा सड़क हादसा हुआ, जिसने न केवल यातायात को ठप कर दिया, बल्कि परिवहन विभाग के उड़न दस्ते पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप भी लगाए गए। रायपुर करचुलियान थाना क्षेत्र के सुरसामड़ी गांव के पास एक यात्री बस ने पीछे से एक ट्रक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे सड़क पर अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस दुर्घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। घटना के बाद सड़क पर वाहनों का लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और यातायात को सुचारु करने का प्रयास शुरू किया। पुलिस को लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद यातायात को फिर से शुरू करने में सफलता मिली।
इस हादसे के बाद ट्रक चालकों ने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि दुर्घटना परिवहन विभाग के उड़न दस्ते की लापरवाही के कारण हुई है। ट्रक चालकों ने आरोप लगाया कि उड़न दस्ते की टीम सड़क पर वाहनों की जांच कर रही थी, और इसी दौरान पीछे से आ रही तेज रफ्तार बस ने ट्रक को टक्कर मार दी। चालकों का यह भी आरोप है कि जैसे ही दुर्घटना हुई, उड़न दस्ते की टीम मौके से फरार हो गई।
ट्रक चालकों ने अपनी बात को साबित करने के लिए कुछ पर्चियां भी दिखाईं, जो कथित तौर पर अवैध वसूली का सबूत थीं। रीवा-हनुमना और रीवा-चाकघाट जैसे महत्वपूर्ण मार्गों पर परिवहन विभाग के नाम पर अक्सर अवैध वसूली की जाती है। इस तरह की अवैध गतिविधियों के कारण सड़क पर अचानक वाहनों को रोका जाता है, जिससे अक्सर सड़क हादसे होते रहते हैं।
ट्रक चालकों ने मांग की है कि इस तरह की अवैध वसूली पर रोक लगनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।यह घटना एक बार फिर से सड़कों पर परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। एक तरफ जहां सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं यह दिखाती हैं कि जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह देखना बाकी है कि अवैध वसूली के आरोपों पर क्या कार्रवाई की जाती है। फिलहाल, इस हादसे के बाद लोगों में परिवहन विभाग के खिलाफ भारी गुस्सा है और वे निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।