सागर। जरा कल्पना कीजिए, आप पलंग से नीचे पैर रखने ही वाले हैं और फर्श पर जहरीले सांप के सपोले रेंगते नजर आ जाएं! आप किचिन में गेहूं की बोरी खिसकाएं और घोड़ा पछाड़ सांप के बच्चे दिख जाएं! घर के बाहर आंगन में ट्यूबवेल चालू करने जाएं और यहां भी सपोले नजर आएं! जाहिर है शरीर में सिहरन दौड़ जाएगी और हाथ-पैर कांपने लगेंगे। कुछ ऐसा ही वाक्या मकरोनिया के दुर्गानगर में एक परिवार के साथ हुआ। घर के अंदर घोड़ा पछाड़ सांप के 22 बच्चे निकले।
मकरोनिया के दुर्गानगर कॉलोनी में रहने वाले एमपीईबी के लाइनमैन लालसींग के घर में सुबह अचानक सपोले बिलबिलाने लगे। सांपों के बच्चों को घर में यहां-वहां रेंगते देख परिजन के होश फाख्ता हो गए। इसके साथ ही बड़े सांप की मौजूदगी की आशंका से घर कर हर सदस्य सिहर उठा। लालसींग और उनके परिवार के लोगों ने एक-एक कर सांप के सात बच्चों को मार दिया।
जब इनकी संख्या बढ़ती ही गई तो सांप पकड़ने में माहिर अकील बाबा को बुलाया गया। करीब आधे घंटे की मेहनत के बाद अकील बाबा ने 15 सपोलों को पकड़कर डिब्बे में कैद कर लिया। हालांकि घर में अंदर-बाहर संभावित हर जगह पर तलाश किया, लेकिन बड़ा नाग या नागिन या सांप नहीं मिला। अकील ने सारे सपोलों को एक डिब्बे में रखा और ले गए।
अकील के अनुसार, दुर्गानगर से आज जो 15 सपोले पकड़े हैं, वे घोड़ापछाड़ सांप के हैं। इलाके में पूर्व में भी इस प्रजाति के कई बड़े-बड़े सांप पकड़ चुके हैं। सपोले ज्यादा दिन के नहीं हैं। संभव है दो से तीन दिन पहले ही ये अंडों से निकले होंगे। अकील के अनुसार, सोमवार को भी इसी घर में एक सपोला निकला था, जिसे मार दिया था। बुध्ावार को काफी तलाश करने के बाद भी जोड़ा या नागिन नहीं मिल सकी। परिजन को सतर्क रहने और सांप दिखते ही तुरंत फोन पर सूचना देने को कहा है। संभव है अभी ओर भी सपोले निकल आएं।
एक माह तक विशेष सावधानी रखें
बारिश का मौसम शुरू होते ही सांप बिलों से निकलकर आश्रय ढूंढने लगते हैं। यही समय इनका प्रजननकाल भी है। इसलिए अब एक माह तक सभी को विशेषतौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है। सांप घरों में रखे सामान के पीछे छिपने का प्रयास करते हैं। ये वाहनों में भी घुस जाते हैं।
इसलिए अंधेरे में निकलने का प्रयास न करें। जूते पहनने के पहले अच्छी तरह देख लें कि सांप इनके अंदर तो नहीं छिपा है। मोटर साइकिल पर बैठने के पहले इसे अच्छी तरह देख लें। गमलों के आसपास नियमित तौर पर नजर रखें। मकान के आसपास रोशनी रखें और रोज फिनायल का छिड़काव करें। इसकी गंध से सांप नहीं आते। सांप दिखने पर उसे मारने का प्रयास न करें, बल्कि सांप पकड़ने वाले को फोन लगाएं।