
बीना (नवदुनिया न्यूज)। सागर रेलवे गेट पर बुधवार सुबह करीब 11ः30 बजे एक एम्बुलेंस ट्रैफिक में फंस गई। जाम लगने के कारण एम्बुलेंस को निकलने में करीब 30 मिनट लग गए। इस दौरान एम्बुलेंस में सवार गर्भवती महिला करीब 30 मिनट तक तड़पती रही। ट्रैफिक सामान्य होने के बाद महिला को प्रसव के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया जा सका। इसी तरह आए दिन एम्बुलेंस फंसने से मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में परेशानी हो रही है।
गौरतलब है कि रोड ओवर ब्रिज निर्माण के चलते खुरई रोड स्थित रेलवे गेट क्रमांक-1बी एक माह के लिए बंद किया गया है। खुरई रेलवे गेट का पूरा ट्रैफिक सागर रेलवे गेट से निकाला जा रहा है। सागर रेलवे गेट बंद होते ही दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग जाती हैं। इससे वाहन चालकों को परेशानी तो हो ही रही है साथ ही ट्रैफिक में एम्बुलेंस फंसने के कारण मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। बुधवार सुबह करीब 11ः30 बजे 108 एम्बुलेंस से एक गर्भवती महिलाओं को सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा था। लेकिन सागर रेलवे गेट बंद होने के कारण गेट पर जाम लग गया। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी होने के कारण एम्बुलेंस को निकलने में 30 मिटन से ज्यादा का समय लग गया। इस दौरान गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा के कारण एम्बुलेंस में तपड़ती रही। एम्बुलेंस के स्टाफ ने बताया कि पिछले करीब 12 दिन से यही स्थिति है। रेलवे गेट अक्सर बंद मिलने से मरीजों को समय पर अस्पताल पहुंचाने में दिक्कत हो रही है। खासतौर से सिविल अस्पताल से सागर रेफर होने वाले मरीजों को ले जाते समय यदि गेट बंद मिलता है और निकलने में 30-40 मिनट लग जाते हैं। इसके बाद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
अंडर ब्रिज नहीं किया जा रहा चालू
सागर रेलवे गेट के पास ही रेलवे ने अंडर ब्रिज का निर्माण किया है। अंडर ब्रिज बनकर लगभग तैयार हो चुका है। यहां तक 15 दिन पहले अघोषित तौर पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। लेकिन रेलवे ने निर्माण अधूरा बताकर अंडर ब्रिज बंद कर दिया है। इसे लेकर ब्लाक कांग्रेस धरना प्रदर्शन कर चुकी है। इसके अलावा विधायक महेश राय और एसडीएम शैलेंद्र सिंह रेलवे अधिकारियों से जल्द से जल्द अंडर ब्रिज चालू करने को लेकर चर्चा कर चुके हैं, लेकिन अब तक अंडर ब्रिज वाहनों की आवाजाही के लिए नहीं खोला गया है।
