बीना (नवदुनिया न्यूज)। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइ की ओर से नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। नशा के दुष्परिणाम और नशा मुक्त समाज पर पोस्टर प्रतियोगिता और निबंध प्रतियोगाता का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में दर्जनों छात्राओं ने भाग लिया।
प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डॉ. चंदा रत्नाकर ने कहा कि नशा एक सामाजिक अभिशाप है। यह हमारे पारिवारिक जीवन से लेकर राष्ट्र के चरित्र तक का पतन का कारण बनता है। हमें आज संकल्प लेना है कि ना तो हम अपने जीवन में कभी नशा करेंगे और ना ही किसी और को करने देंगे। इस सामाजिक बुराई को जड़ से खत्म करने में अपना पूरा योगदान देंगे। इसी तरह प्रभारी डॉ. उमा लवानिया ने कहा कि नशा मुक्ति का अभियान हमें अपने-अपने घर से शुरू करना है। हम अपने परिवार में किसी को भी नशा ना करने दें। इससे हम नशा मुक्त समाज और फिर एक नशा मुक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकें। नशे की चपेट में आ रही युवा पीढ़ी को सही मार्गदर्शन देना हमारा एक सामाजिक दायित्व है। इस दायित्व को हम संकल्प के साथ निभाए। इस अवसर पर डॉ. संध्या टिकेकर, डॉ. निशा जैन, डॉ. रश्मि जैन, प्रकाश चंद्र, बलराम सिंह, आरती राजपूत, डॉ. रश्मि द्विवेदी, अजीत यादव सहित महाविद्यालय परिवार ने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने की शपथ ली।
समीक्षा ने प्राप्त किया पहला स्थान
कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान करने के सामाजिक दुष्परिणाम विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें समीक्षा पहले, सुदीक्षा, मनीषा चढ़ार मुस्कान चौरसिया द्वितीय स्थान पर रहीं। जबकि महक ठाकुर और सुमति रिछारिया ने तीसरा स्थान अर्जित किया। इसी तरह तंबाकू सेवन से मानव शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें महक ठाकुर, समीक्षा दांगी पहले स्थान पर रहीं। सुवि यादव एवं अंजली मिश्रा दूसरे स्थान पर रहीं। शीतल पटेल एवं कीर्ति यादव तीसरे स्थान पर रहीं।