बीना (नवदुनिया न्यूज)। रेल दुर्घटना के दौरान राहत और बचाव कार्य के लिए रेलवे की क्या तैयारियां हैं। इसका जायजा लेने के लिए रेलवे ने मॉक ड्रिल कराकर तैयारियों का जायजा लिया। सुबह करीब 11ः30 बजे हूटर बजाकर संदेश दिया गया गंजबासौदा-बरेठ रेल खंड के बीच ट्रेन दुर्घटना हो गई है। सूचना मिलते ही घटना स्थल के लिए बीना से 12 मिनट में दुर्घटना राहत यान रवाना किया गया। बाद में पता चला कि यह रेल दुर्घटना नहीं है, बल्कि सुरक्षा मानकों को परखने के लिए कराई गई मॉक ड्रिल है।
बीना स्टेशन प्रबंधक एसके जैन ने बताया कि सुबह 11ः30 बजे पांच बार हूटर बार हूटर बजा था। हूटर की आवाज सुनकर डॉक्टर सहित सभी विभागों के अधिकारी 10 मिनट में दुर्घटना राहत यान के पास पहुंच गए। नियमानुसार हूटर बजने के 15 मिनट के अंदर दुर्घटना राहत यान रवाना करना पड़ता है। लेकिन घटना की गंभरती को देखते हुए दुर्घटना राहत यान 12 मिनट में मौके के लिए रवाना कर दिया गया था। इसमे वाणिज्य, इंजीनियरिंग, परिचालन, संरक्षा, संकेत एवं दूर संचार और विद्युत विभागों के अधिकारी सवार थे। इसके अलावा घायलों का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की टीम भी शामिल थी। लेकिन जैसे ही दुर्घटना राहत यान मौके पर पहुंचा तो पता चला कि यह मौक ड्रिल थी। इसके चलते दुर्घटना राहत यान वापस बीना रवाना कर दिया गया। रेलवे की इन तैयारियों को देखकर मंडल रेल प्रबंधक सौरभ बंदोपाध्याय ने संतुष्टि जाहिर की है।
यह दिया गया था संदेश
सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश ने बताया कि सुरक्षा को लेकर सतर्कता और मुस्तैदी परखने के लिए रेले समय-समय पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है। सोमवार को मैसेज दिया गया था कि गंजबासौदा-बरेठ सेक्शन में रेलवे कॉसिंग नंबर 290 पर फाटक के डाउन हाइट गेज से एक ट्रेक्टर-ट्रॉली टकरा गई है। इसमें सवार 10-12 मजदूर घायल हुए हैं। सूचना को गंभीरता से लेते हुए भोपाल, बीना सहित स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।