नवदुनिया प्रतिनिधि, सागर: सागर के बंडा तहसील में आय प्रमाणपत्र जारी करते समय भारी लापरवाही बरती गई। दरअसल यहां के एक छात्र ने जनवरी 2024 को अपना आय प्रमाण पत्र बनवाया था। इसमें तहसील कार्यालय द्वारा उसके परिवार की वार्षिक आय दो रुपये होने का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। अब यह परिवार इस प्रमाणपत्र में संशोधन कराना चाहता है। इस बीच उसका प्रमाणपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
आय प्रमाण पत्र तहसीलदार के हस्ताक्षर के बाद जारी हुआ था। बंडा के वर्तमान तहसीलदार महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मामला सामने आया है। यह प्रकरण मेरी पदस्थापना से पहले का है। आय प्रमाण पत्र की जांच करा रहे हैं। यदि संशोधित नहीं हुआ है, तो ठीक कराया जाएगा।
सोशल मीडिया पर प्रमाण पत्र सामने आने पर पड़ताल की गई। पता चला कि यह इनकम सर्टिफिकेट बंडा ब्लाक के ग्राम घूघरा के रहने वाले बलराम चढ़ार का है। उन्होंने जनवरी महीने में आवेदन किया था। उस वक्त बलराम चढ़ार ने सालाना इनकम 40 हजार रुपये लिखी थी, लेकिन संबंधित सेंटर में आवेदन को ऑनलाइन करते समय आय 2 रुपये लिख दी गई।
ऑनलाइन आवेदन में इनकम दो रुपये लिखने के बाद सर्टिफिकेट बनाने की प्रोसेस शुरू की गई। इस दौरान आवेदन क्लर्क से लेकर तहसीलदार तक पहुंचा। तत्कालीन बंडा के तहसीलदार ज्ञानचंद्र राय ने आवेदन पर हस्ताक्षर कर 8 जनवरी 2024 को सर्टिफिकेट जारी कर दिया। इस दौरान उन्होंने भी नहीं देखा कि आवेदक की आय मात्र 2 रुपए लिखी है।
मामले में तत्कालीन बंडा के तहसीलदार ज्ञानचंद्र राय से बात की, तो उन्होंने बगैर जवाब दिए फोन काट दिया। सागर। चालीस हजार की जगह दो रुपये सालाना आय का प्रमाणपत्र दिखाता सौरभ चढ़ार।सागर। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित आय प्रमाणपत्र।