बीना (नवदुनिया न्यूज)। प्रदेश सरकार प्राइवेट स्कूलों से अभिभावकों का मोहभंग करने के लिए सीएम राइज नाम से प्रदेश की लगभग 10 हजार शालाओं का चयन कर उन्हें हाइटेक करने जा रही है। इसके लिए मापदंडों के आधार पर जन शिक्षा केंद्र स्तर पर स्कूलों का चयन कर उन्हें सत्यापित कराया जा रहा है। बीना ब्लॉक के 19 स्कूल इस योजना में शामिल हैं।
शासकीय शालाओं में शिक्षा के गिरते स्तर को लेकर सरकार चिंतित है। नई शिक्षा नीति भी शासकीय शालाओं को संसाधन युक्त व गुणवत्ता युक्त बनाने पर जोर दे रही है। इसीलिए अब राज्य सरकार सीएम राइज नाम से स्कूलों में संसाधन, शिक्षक उपलब्ध कराएगी। चयनित स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड से मान्यता दिलाते हुए हिंदी व अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराएगी। सितंबर 2020 से शुरू हुई प्रक्रिया में स्कूल शिक्षा विभाग ने मापदंडों के आधार पर जन शिक्षा केंद्र वार पांच-पांच शालाओं का चयन कर सत्यापन के लिए सूची भेजी थी। प्राथमिक सत्यापन जन शिक्षकों ने किया है। इसके बाद बीआरसी व बीईओ संयुक्त जांच रिपोर्ट बनाकर लक्ष्य अनुसार स्कूलों को सत्यापित करेंगे।
इन स्कूलों का हुआ है चयन
- जनशिक्षा केंद्र मंडीबामोरा में 3 का लक्ष्य था, 6 सत्यापित कर दीं। हायर सेकंडरी स्कूल सनाई, माध्यमिक शाला धंसरा, हायर सेकंडरी मंडीबामोरा, हाईस्कूल गौहर, मिडिल स्कूल ऐरन तथा प्राथमिक शाला सनाई।
- जनशिक्षा केंद्र नंबर 1 में 3 का लक्ष्य था, 5 सत्यापित कर दीं। कन्या हायर सेकंडरी स्कूल इटावा, मॉडल स्कूल, पुत्री शाला, पाठक वार्ड, एक नंबर मिडिल स्कूल।
- जनशिक्षा केंद्र नंबर 2 में 3 का लक्ष्य था, 6 सत्यापित कर दीं।
- जनशिक्षा केंद्र भानगढ़ में 4 का लक्ष्य था, 6 सत्यापित कर दीं। हायर सेकंडरी स्कूल भानगढ़, हाईस्कूल बरोदिया कंजिया, बिल्धव, ढांड़, चमारी तथा मिडिल स्कूल खजुरिया।
- जनशिक्षा केंद्र देहरी में 3 का लक्ष्य था, 5 शालाएं सत्यापित कर दीं। हाईस्कूल बुखारा, हाईस्कूल बिहरना, देहरी माध्यमिक व प्राथमिक।
- जनशिक्षा केंद्र आगासौद में 3 का लक्ष्य था, 5 शालाएं सत्यापित कर दीं।
सीएम राइज स्कूल क्या है
स्कूल शिक्षा विभाग गुणवत्तायुक्त शिक्षा प्रदान करने हेतु प्रयासरत है। नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत भी गुणवत्तायुक्त शिक्षा एवं भविष्य में उत्कृष्ट नागरिकों के विकास हेतु शिक्षा एवं उपलब्ध संसाधनों को परिणाम मूलक बनाया जाना आवश्यक है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में संचालित विद्यालयों में से 10 हजार विद्यालयों को सर्व सुविधायुक्त विद्यालयों के रूप में विकसित करने लक्ष्य रखा गया है।
योजना का उद्देश्य क्या है
- नर्सरी में लेकर कक्षा 12वीं तक के एकीकृत विद्यालय संचालित कर बच्चों की क्षमताओं को बढ़ाना।
- विद्यार्थियों में आधुनिक दक्षताओं को विकसित करने विद्यालयों को आधुनिक उपकरणों, तकनीक से लैस करना।
- बच्चों के समग्र विकास के लिये खेलकूद, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियों हेतु बड़े विद्यालयों को विकसित कर उपयुक्त वातावरण का निर्माण करना।
- स्कूलों के संसाधनों में वृद्धि कर अभिभावकों में प्राइवेट स्कूलों के प्रति बढ़ रहे आकर्षण को रोकना।
- नर्सरी से लेकर कक्षा 12 वी तक हिन्दी माध्यम के साथ-साथ अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं संचालित करना।
- सीबीएसई मान्यता के साथ शाला संचालित करना।
इन आधारों पर हुआ स्कूलों का चयन
- न्यूनतम 1000 बच्चों के लिए आवश्यकता अनुसार कक्षा कक्ष, खेल मैदान, लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब आदि निर्मित किये जाने भूमि की उपलब्धता।
- आबादी के समीप स्कूल का होना, जिससे बच्चों को कम दूरी तय करनी पड़े।
- विद्यालय का एकीकृत होना।
15 जनवरी तक सूची देना है
जनपद व जिला स्तरीय समितियों से स्कूलों की सूची अनुमोदित कराना है। 15 जनवरी तक सूची अपडेट करना है।
जेड इक्का, बीईओ, बीना