
सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)। पुलिस से संबंधित विषयों पर हिंदी में उत्कृष्ट पुस्तकों के लेखन और प्रकाशन को प्रोत्साहित करने से प्रवर्तित पंडित गोविंद वल्लभ पंत पुरस्कार दिया जाता है। ज्ञात हो वर्ष 1982 से पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने पुलिस, न्यायालयिक विज्ञान, अपराध शास्त्र, पुलिस प्रशासन एवं पुलिस से संबंधित विषयों में हिंदी में पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए पं. गोविन्द वल्लभ पंत पुरस्कार योजना प्रारंभ की गई।
इस योजना के अंतर्गत अब तक 194 से अधिक पुस्तकों को पुरस्कत किया जा चुका है। इसी योजना के अधीन वर्ष 2021-22 के लिए सागर जिले में पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति ठाकुर को उनके द्वारा रचित पुस्तक हम भी तो हैं (पुलिस सेवा में महिलाएं)* के लिए पुरस्कृत किया गया है। लेखिका ने देश में महिलाओं की स्थिति को बताते हुए भारत में महिला पुलिस के इतिहास और समाज में महिला पुलिस की भूमिका एवं कार्यों का वर्णन किया है। साथ ही महिला पुलिस और पुरुष प्रधान संगठन में उसकी भूमिका पर प्रकाश भी डाला गया है। लेखिका ने पुलिस में महिला पुलिस की स्थिति उसके कर्तव्यों एवं समस्याओं को केंद्र में रखकर उसकी रचना की है। उन्हें पुरस्कार स्वरूप प्रशस्ति पत्र एवं तीस हजार रुपये से पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो महिपालपुर नई दिल्ली में आयोजित 52 वा स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रमुख सचिव अजय कुमार भल्ला (आइएएस) द्वारा पुरस्कृत किया गया है। समारोह में मुख्य अतिथियों में सीए पीटी भोपाल के डायरेक्टर पवन श्रीवास्तव एवं पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो के डीजी बालाजी श्रीवास्तव भी उपस्थित रहे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योति ठाकुर को उनकी उपलब्धि एवं पुरस्कार से सम्मानित होने पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी पुलिस महानिरीक्षक अनुराग, उप पुलिस महानिरीक्षक विवेक राज सिंह, पुलिस अधीक्षक तरुण नायक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर विक्रम सिंह ने बधाई दी है।