बीना (नवदुनिया न्यूज)। समाज सेवी संस्था आवाज द्वारा परवाह परियोजना के तहत मकरोनिया कालेज के एनएसएस के स्वयंसेवकों की मदद से शह और गांव-गांव में नुक्कड़ नाटक के समाध्यम से बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूरी, भिक्षावृति रोकने का संदेश दिया जा रहा है। स्वयंसेवक तीन दिन में तहसील के 20 गांव में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बाल तस्करी रोने का संदेश दे चुके हैं।
विशेष अभियान के तहत गुरुवार को एनएसएस के स्वयंसेवकों ने भानगढ़ में नुक्कड़ नाटक से बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूरी, भिक्षावृति रोकने का संदेश दिया। स्थानीय भाषा में नाटक के माध्यम से बताया कि किस तरह जरा सी चूक से बच्चे तस्करों के साथ लग सकते हैं। इससे उनका पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है। तस्कर बच्चों को अनैतिक धंधे में झौंक देते हैं। नाटक के माध्यम से स्वयंसेवकों ने संदेश दिया कि यदि उन्हें किसी के बाल तस्कर होने का संदेह हो या कोई बालश्रम करना रहा तो तुरंत चाइल्ड लाइन के टोलफ्री नंबर पर सूचना दें। चाइल्ड लाइन का नंबर याद न आए तो 100 नंबर डायल कर सूचना दे सकते हैं। सतर्कता से इस तरह की घटनाओं को टाला जा सकता है। इसके अलावा वह नाटक के माध्यम में सामाजिक जागरुकता का भी संदेश दे रहे हैं। पुलिस थाने में आयोजित हुए नुक्कड़ नाटक के दौरान थाना प्रभारी लखन डाबर ने आयोजक और स्वयंसेवकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में समाज में जागरुकता आती है और लोग नाटक देखकर पूरा मामला समझ जाते हैं। इस अवसर पर जिला समन्वयक मालती पटेल और ब्लाक समन्वयक महेश कुमार ने गांव के लोगों को बाल अपराधों के बारे में जानकारी दी। नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति देने वालों में सत्यम शर्मा, चंद्रकांत बरदिया, रामावतार कुर्मी, ध्रुव साहू, आदर्श अहिरवार, निशांत जैन, अमित राजौरिया, साहिल रावत, अभिषेक बंसल, संस्कार, मनीष रजक, अक्षय अहिरवार शामिल हैं।