नईदुनिया प्रतिनिधि, सागर। बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (बीएमसी) में गुरुवार सुबह एक नवजात शिशु वार्ड से चोरी हो गया। बच्चे की मां जब बाथरूम गई थी, तभी दो महिलाएं उसे उठाकर अस्पताल से बाहर निकल गईं और भागने की कोशिश में छतरपुर की ओर जा रही बस में सवार हो गईं। लेकिन पुलिस और बीएमसी स्टाफ की तत्परता से महज डेढ़ घंटे के भीतर दोनों महिलाओं को कर्रापुर के पास पकड़ लिया गया और नवजात शिशु सकुशल बरामद कर लिया गया। बम्होरी रेगुआं निवासी मालती रावत ने बताया कि उसकी बहू सोमती ने नौ अगस्त को बीएमसी में ऑपरेशन से शिशु को जन्म दिया था।
गुरुवार सुबह करीब 9:15 बजे सोमती बाथरूम गई और पीछे से किसी ने उसके नवजात को बिस्तर से चुरा लिया। जब वह लौटी तो बच्चा गायब था। वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। अन्य मरीजों से पूछताछ पर पता चला कि दो अनजान महिलाएं बच्चे को गोद में लिए बाहर गई थीं। बच्चा चोरी की सूचना के बाद पूरे बीएमसी में हड़कंप मच गया। बच्चे की मां और उसके पिता व दादी का रो-रोकर बुरा हाल था। बच्चा वार्ड में जाने से सब को रोक दिया गया। स्वजन का आरोप था कि बीएमसी प्रबंधन उन्हें बच्चा चोरी होने की स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहा था। वहीं बीएमसी में गए अनिल खटीक नाम के शख्स ने बताया कि बच्चा चोरी की जानकारी लगने के बाद जब उसने मेडिकल स्टाफ से जानकारी लेनी चाही तो मेडिकल में तैनात स्टाफ व सुरक्षाकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की।
बीएमसी और पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए अस्पताल परिसर के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। फुटेज में एक महिला लाल साड़ी में नवजात को कपड़े में लपेटे हुए दिखी। सागर बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर तलाशी अभियान शुरू हुआ। सीसीटीवी से पता चला कि दोनों महिलाएं छतरपुर की ओर जाने वाली बस में सवार हैं। बीएमसी के गार्ड और पुलिस ने मिलकर बस चालक से संपर्क किया और उसे सतर्क किया। कर्रापुर पुलिस चौकी को सूचना दी गई और बस को रास्ते में रोकने की योजना बनाई गई। बस में सवार बंडा थाने के आरक्षक दिनेश कुर्मी को भी अलर्ट किया गया। करीब 10:30 बजे कर्रापुर में बस को रोका गया और दोनों महिलाओं को नवजात के साथ पकड़ लिया गया।
बच्चे को तुरंत बीएमसी लाया गया, जहां डाक्टरों की टीम ने उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया। बच्चा पूरी तरह स्वस्थ पाया गया। घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने लापरवाही मानते हुए निजी सुरक्षा एजेंसी के सात गार्डों को निलंबित कर दिया है। आरोपित महिलाएं और चोरी की वजह पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी महिलाएं- 78 वर्षीय पानबाई और उसकी 42 वर्षीय बेटी गुड्डी बाई बीएमसी में इलाज के बहाने आई थीं। गुड्डी बाई की एक बेटी है लेकिन बेटा नहीं है। बेटे की चाह में उन्होंने यह योजना बनाई। बच्चे की दादी की शिकायत पर दोनों महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।