सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान बंद हुई कई ट्रेनें करीब डेढ़ साल बाद अब भी शुरू नहीं हो सकी हैं। संक्रमित मरीजों का आंकड़ा कम होने के बाद धीरे-धीरे सभी संस्थान खुलते जा रहे हैं, लेकिन कई ट्रेनें अब भी पटरी पर नहीं आई हैं। दमोह-भोपाल राज्यरानी एक्सप्रेस सहित कई जरूरी ट्रेनों को दोबारा शुरू कराने के लिए लोग मांग कर रहे हैं, लेकिन दो केंद्रीय मंत्री से लेकर प्रदेश के तीन-तीन मंत्रियों वाले सागर जिले में जनप्रतिनिधियों की चुप्पी के कारण अब तक कई ट्रेनें शुरू नहीं हो सकी हैं। ट्रेनों के अभाव में लोगों को बसों में महंगा सफर करना पड़ रहा है, जिसमें उन्हें कई परेशानी हो रही है।
सागर स्टेशन से गुजरने वाली करीब 12 ट्रेनें अब भी बंद हैं, जबकि इंदौर, भोपाल, जबलपुर से चलने वाली ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसकी प्रमुख वजह सागर के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता है। हालत यह है कि सागर का प्रतिनिधित्व करने वाले जनप्रतिनिधियों को मात्र आश्वासन देकर शांत करा दिया जाता है और वह भी पत्राचार करके इतिश्री कर लेते हैं। राज्यरानी और भोपाल-बिलासपुर के छोटे स्टेशन को स्टॉपेज के कारण भी लोगों को सहूलियत होती थी, लेकिन पहली बार देश में लागू किए गए संपूर्ण लॉक डाउन के बाद से बंद इन ट्रेनों का अब भी परिचालन शुरू नहीं हुआ है, जिससे अप डाउनर्स से लेकर छोटे स्टेशनों का सफर करने वाले लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। इसके बाद भी इन ट्रेनों के परिचालन के शुरू नहीं होने से लोग परेशान हैं। सागर स्टेशन से कोरोना के पहले नियमितए साप्ताहिक समेत सप्ताह में दो और तीन दिन चलने वाली 32 ट्रेनों का परिचालन किया जाता था, जिसमें से भी डेढ़ दर्जन से ज्यादा ट्रेनें बंद चल रही हैं।
बसों में रहती है भीड़, किराया भी हुआ महंगा
ट्रेनों के न चलने से बसों में यात्रियों को कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी के बीच सफर करना पड़ रहा है। ट्रेनों के चलने के चलने से सागर से दमोह तक का सफर पैसेंजर ट्रेन से 20 से लेकर एक्सप्रेस में 50 रुपये तक में हो जाता था, लेकिन बसों से सफर करने में दोगुने से ज्यादा पैसे चुकाना पड़ रहा है। वहीं बात-बात पर बस एसोसिएशन द्वारा डीजल महंगा होने का हवाला देकर किराया बढ़ाया जा रहा है। वहीं यदि कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की बात की जाए तो किसी भी बस में गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है और जिले के जिम्मेदार अधिकारी भी इसका पालन नहीं करा रहे हैं। बीना-कटनी के बीच सुबह 6 बजे ही मेमो ट्रेन मिलती है, लेकिन इसके बाद सागर से कोई ट्रेन नहीं है जिससे छोटे स्टेशनों पर सफर करने वाले यात्री परेशान होते हैं।
रेल मंत्री से भी कर चुके मांग, कोरोना का देते हैं हवाला
बुंदेलखंड रेल विकास संघर्ष मोर्चा ने करीब चार माह पूर्व कोरोना महामारी के दौरान बंद हुई ट्रेनों को फिर से शुरू करने की मांग की थी। पदाधिकारियों ने बीना-कटनी रेलवे सेक्शन पर बंद की गई ट्रेनों के फिर से परिचालन करने की मांग करते हुए एक्सप्रेस, सुपर फॉस्ट ट्रेनों के संचालन करने करने के लिए रेल मंत्री से मांग की थी, लेकिन रेल मंत्री ने कोरोना का हवाला देते हुए राज्यरानी को शुरू न करने की बात कही थी। अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना कम है तो रेल संघर्ष मोर्चा एक बार फिर रेल मंत्री से मुलाकात करेगा। इस संबंध में जिले की कुछ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद एवं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटैल, सागर निवासी केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह, पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत एवं सांसद राजबहादुर सिंह को मिलकर प्रयास करना होगा।
इनका कहना ...
रेल मंत्री से हम फिर मिलेंगे
कोरोना का हवाला देकर रेल मंत्री ने राज्यरानी सहित अन्य ट्रेनें शुरू नहीं की थी, लेकिन अब कोरोना की तीसरी लहर की संभावना कम है। मोर्चा के पदाधिकारी एक बार फिर रेल मंत्री से मिलेंगे और बंद हुई ट्रेनों को दोबारा चलाने की मांग करेंगे।
- रघु ठाकुर, संरक्षक सर्वदलीय नागरिक संघर्ष मोर्चा
जनता का हो रहा शोषण
बीना कटनी रेलमार्ग पर एक दर्जन ट्रेनों का परिचालन अब भी बंद है। बीना-कटनी के बीच सिर्फ मेमो चला रहे हैं, जबकि दूसरी पैसेंजर बंद कर दी हैं। बसों में भी महंगा किराया लेकर यात्रियों को ठूस-ठूस कर भरा जा रहा है। यदि जनप्रतिनिधि तय कर लेंगे और लगातार मांग करेंगे तो कुछ ट्रेनें शुरू हो सकती हैं।
- रवि सोनी, अध्यक्ष रेल सेवा सुधार समिति
27 जोड़ी ट्रेनें शुरू हो चुकी हैं
सागर स्टेशन से करीब 27 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं। कुछ पैसेंजर ट्रेनें बंद हैं, लेकिन बीना-कटनी सेक्शन के बीच मेमो ट्रेन को चलाया जा रहा है। हालांकि कुछ पैसेंजर व राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेनें अभी बंद हैं, जिनके संचालन की सूचना नहीं मिली है।
- नरेंद्र कुमार सिंह, स्टेशन प्रबंधन सागर
ये मुख्य ट्रेनें अब भी बंद है ....
51602- कटनी बीना पैसेंजर
8207- दुर्ग जयपुर
8507- विशाखापट्टनम अमृतसर
2162- दमोह भोपाल राज्यरानी
1889- दमोह ग्वालियर
8236- बिलासपुर भोपाल पैसेजर
19809- जबलपुर कोटा एक्सप्रेस
22895- बिलासपुर फिरोजपुर
01707- जबलपुर अटारी
04189- खजुराहो जबलपुर