सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)। श्री गणेश शरण मंडल समिति के तत्वधान में गुरुवार को रवींद्र भवन में गत आठ वर्षानुसार इस वर्ष भी मिट्टी के श्री गणेश जी की प्रतिमाओं का वितरण किया गया। श्री गणेश शरण मंडल के अध्यक्ष पं. रामाअवतार पाण्डेय द्वारा करीब तीन हजार गणेश प्रतिमाओं का वितरण किया गया।
पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने कार्यक्रम को संबोंधित करते हुए कहा कि जब हम नदी या तालाब में मूर्ति विसर्जन करते हैं तो उसके बाद नदी या तालाब का पानी जहरीला हो जाता है, जिससे भगवान की मूर्ति का भी अपमान होता है। इससे बेहतर है कि मिट्टी की मूर्ति का घर में ही विसर्जन कर उसका सम्मान करें। मिट्टी से गौर गणेश बनाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। कांग्रेस नेता संतोष पाण्डेय ने कहा कि गणेश पुराण में भी मिट्टी के गणपति की विशेष महिमा बताई गई है। यदि आप मिट्टी के गणपति घर में स्थापित करके पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं तो बप्पा आपको न सिर्फ ऋद्धि-सिद्धि देंगे, बल्कि आपकी हर इच्छा भी पूरी करेंगे। कलयुग में मिट्टी की गणेश जी की पूजा अर्चना से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं।
सेवा ही संगठन अभियान दो भाजपा के प्रभारी शैलेष केशरवानी ने कहा कि ऐसी मान्यताएं हैं कि जहां गणपति होते हैं वहां शुभता और संपन्नाता आती है। जीवन में किसी भी प्रकार का संकट श्रीगणेश की कृपा से हर संकट दूर हो जाता है। ज्योतिष के जानकार कहते हैं कि अगर धन से जुड़ी कोई समस्या है तो वो भी श्रीगणेश कृपा से दूर हो सकती । गर्गों के स्वामी होने के कारण उनका एक नाम गणपति भी है । ज्योतिष में इनको केतु का देवता माना जाता है और जो भी संसार के साधन हैं। प्रथम पूज्य श्रीगणेश का हाथी जैसा सिर होने के कारण उन्हें गजानन भी कहते हैं। गणेशोउत्सव में हम सभी यह प्रार्थना करें कि इस राक्षस रूपी कोरोना वायरस के कारण जिन लोगों ने अपनों को खोया उन्हें संवल प्रदान करें। इस अवसर पर पं. महेश दत्त दुबे, राजकुमार अग्निहोत्री, सुनील पांडे, हरिओम अग्निहोत्री, विष्णु साहू, सुधीर पांडे, आशीष सोनी, राम स्नेही तिवारी, शुभम कुशवाहा, रिक्की राजपूत उपस्थित थे।