सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)।
कलेक्टर दीपक सिंह ने बंडा तहसील की बंडा वृहद परियोजना के तहत डूब क्षेत्र में आने वाले एवं विस्थापित हो रहे 17 गांव के ग्राम वासियों से तहसील कार्यालय में चर्चा की। चर्चा के दौरान विभिन्ना ग्रामों के प्रतिनिधियों ने उनसे संबंधित विशेष मुद्दों व सुझावों को रखा। कलेक्टर श्री सिंह ने सभी गांवों के प्रतिनिधियों से विस्तार में चर्चा कर आवश्यक जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि सभी से चर्चा के बाद कुछ विषय ऐसे सामने आए हैं जिनमें सुधार की आवश्यकता है। जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी जानकारी मिली है व किसानों से भी सीधी बात की गई है। किसानों ने ऐसी वास्तविक समस्याओं को भी सामने रखा जिनका वे सामना करते है। कलेक्टर दीपक सिंह ने कहा कि बंडा वृहद परियोजना के तहत विस्थापित हो रहे सभी परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुनर्वास स्थल पर समस्त मूलभूत सुविधाएं जैसे स्कूल हॉस्पिटल आंगनबाड़ी केंद्र आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।
विस्थापन की चुनौतीपूर्ण व कष्टकारक
किसान भाइयों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर विस्थापन एवं पुनर्वास चुनौतीपूर्ण व कष्टकारक होता है, लेकिन यह प्रक्रिया क्षेत्र के विकास के लिए सहयोगी बनती है। इसलिए सभी को इस दृष्टि से सोचना चाहिए कि यह हमारे और हमारे भाई बंधुओं की बेहतरी के लिए होने वाला कार्य है। इसका सभी संबंधियों को उचित प्रतिफल भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि आप सभी एक बड़े लक्ष्य की प्राप्ति में भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि विस्थापन, पुनर्वास, मुआवजा से संबंधित संपूर्ण प्रक्रिया में पारदर्शिता रखी जाएगी। शासन स्तर पर लिए गए सभी निर्णयों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
अगले सात दिन अभियान चलाकर आवेदन प्राप्त करें
इसी के साथ साथ आवश्यक दस्तावेज जिले की वेबसाइट, ग्राम पंचायत व भू अर्जन शाखा में भी अवलोकन के लिए देखे जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि आज की चर्चा के बाद प्राप्त हुए महत्वपूर्ण सुझावों को भी प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले सात दिन विशेष अभियान चलाकर आवेदन प्राप्त किए जाएं। इस अवसर पर एसडीएम शशि मिश्रा, तहसीलदार संजय दुबे, नायब तहसीलदार सरिता अहाके, जनपद अध्यक्ष देवप्रशांत सिंह, विधायक प्रतिनिधि गौरव जैन, उल्दन बहरोल मंडल अध्यक्ष देवपाल सिंह सहित ग्रामवासी उपस्थित थे।