सागर(नवदुनिया प्रतिनिधि)। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेश बौद्ध द्वारा शुक्रवार को जिले की विभिन्ना अस्पतालों को औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी मिलने पर उन्होंने अस्पताल संचालकों को नोटिस जारी किए हैं।
जानकारी के अनुसार सीएमएचओ सबसे पहले रेलवे स्टेशन के पास संचालित सूर्या लाइफ केयर अस्पताल पहुंचे जहां, मेडीकल स्टोर में 10 वीं, 11वीं पढ़े लड़के दवा वितरित करते हुए मिले। वहीं पैथालॉजी में पैथालॉजिस्ट अनुपस्थित थे एवं रिकार्ड सही तरीके से संधारित नहीं पाया गया। इसके अलावा सागर प्रसूतिका गृह अस्पताल सागर के रिसेपशन काउन्टर पर अन्य निजी अस्पतालों के सोनोग्रॉफी एवं पैथालॉजी सेंटर के कर्मचारी मिले और वॉयोमेडीकल वेस्ट गाइडलाइन अनुसार पालन नहीं हो रहा था। संपूर्ण अस्पताल में गंदगी एवं साफ-सफाई के लिए जिम्मेदार व्यक्ति उपस्थित नहीं मिला। वहीं वार्डो में प्रकाश की व्यवस्था मरीजों के बेड पर चादर न होना, ओटी में गंदे चादर, आसपास गंदगी मिली। अस्पताल में गंदगी होने से इन्फेक्शन होने की संभावना अधिक होती है। ओटी में गंदगी होने के बावजूद भी मेडीकल कॉलेज सागर के प्रोफेसर डॉ. सर्वेश जैन एनेस्थिया विशेषज्ञ ओटी के जानकार होने के बावजूद एनेस्थिया देने की तैयारी कर रहे थे।
डेंगू के मरीज भर्ती थे पर रिकॉर्ड नहीं
गणेश नर्सिंग होम सदर सागर में डेंगू के मरीज भर्ती थे, लेकिन इनका कोई उपचार संबंधी रिकार्ड संधारित नहीं पाया गया। जन्म लिए नवजात शिशुओं को चिकित्सीय परामर्श के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ के पास भेजा जा रहा था जो कि नियम विरुद्ध है। मेटरनिंटी विंग में शिशु रोग विशेषज्ञ अनुपस्थित मिले। वहीं डॉ. राय अस्पताल मकरोनिया का निरीक्षण के दौरान अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सागर द्वारा उपरोक्त सभी निजी नर्सिंग होम को कारण बताओ नोटिस जारी किए व समय-सीमा में सुधार न होने पर नर्सिंग होम के लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही जाएगी। निरीक्षण के दौरान डॉ एमएल जैन एवं विनोद नामदेव उपस्थित थे।