अमरनाथ यात्रा- सागर से गए श्रद्धालुओं ने लौटकर सुनाए यात्रा के अपने अनुभव
हर 10 मीटर पर एक जवान की ड्यूटी
सागर। नवदुनिया प्रतिनिधि
बर्फानी भोल बाबा की अमर नाथ यात्रा इन दिनों कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है। मौसम खराब होने से बीच में यात्रा रोक दी जाती है। आतंकी हमले की चेतावनी के बाद शनिवार से यात्रा रोक दी गई है। पूरे मार्ग पर सेना का सर्चिंग अभियान जारी है। यात्रा से लौटकर आए शहर के कुुछ युवकों ने यात्रा के अनुभव साझा किए।
अमरनाथ यात्रा पर श्रीराम सेवा समिति के 6 सदस्यों का दल 24 जुलाई को सागर से रवाना हुआ था, जो 31 जुलाई को सकुशल लौट आया है। यात्रा में शामिल समिति के सदस्य नीतू केशरवानी ने बताया हमारे 6 साथी गए थे। लोगों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे सेना के जवान तैनात रहते हैं, रास्ते में सामाजिक संगठनों ने लंगर लगाए हैं वहां खाने की सुविधा रहती है। भगवती नगर से लेकर गुफा तक की दूरी 275 किलोमीटर है। चंदनबाड़ी तक बसें जाती हैं आगे का रास्ता पैदल तय करना पड़ता है। उन्होंने बताया सड़क पर दस मीटर की दूरी पर दोनों ओर एक-एक सशस्त्र जवान तैनात रहता है। 5 किलोमीटर की दूरी पर सेना के जवानों की वैन तैनात रहती है। ग्रुप के सदस्य अखलेश पटेल का कहना है यात्रा के दौरान दो दिन मौसम खराब होने से यात्रा रोकना पड़ी। कैंप में रुकने और खाने की अच्छी व्यवस्थाएं की गई थीं।
सेना के जवान भी सेवा करते हैं
समिति के सदस्यों ने बताया कि सेना के जवान ड्यूटी के साथ-साथ यात्रा कर रहे लोगों की सेवा भी करते है। जैसे पानी पिलाना, बीपी चेक करना, सर्दी खांसी की दवाईयां उपलब्ध कराना आदि। कैंपों में लोगों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था रहती है।
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फोटो- 0308एसए 25 सागर। सागर से अमरनाथ यात्रा पर गया श्रीराम सेवा समिति के 6 सदस्यों का दल तीन दिन पहले लौट आया।