सागर। नवदुनिया प्रतिनिधि
परिवार परामर्श केंद्र को जन उपयोगी बनाए। इससे जरूरतमंद लोगों को इसका लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सकें। ऐसे परामर्शदाताओं को जोड़ें, जो केंद्र में समस्या लेकर आने वाले महिला पुरुषों को शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून की जानकारी दे सकें। केंद्र का काम पति-पत्नी व उनके परिजनों में सुलह कराकर परिवार को जोड़कर रखना है, न कि परिवार में बिखराव लाना है।
यह बात एसपी अमित सांघी ने पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित जिला स्तरीय परिवार परामर्श केंद्र की बैठक को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा केंद्र में परिवार जैसा माहौल निर्मित करें। इससे यहां आने वाले महिला पुरुषों को सुकून मिले। उन्हें बैठने के साथ-साथ पीने के पानी की व्यवस्था करें। समस्या लेकर आने वाले परिवारों का रिकॉर्ड दुरूस्त रखें। परामर्शदाता समय पर केंद्र आए। उनका प्रयास यह होना चाहिए कि वे सौहार्द के माहौल में उनकी समस्या सुनें और उनका निराकरण करें। एसपी ने कहा परिवार परामर्श केंद्र को जनउपयोगी बनाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य ओर कानून के जानकारों को परामर्शदाता नियुक्त करें।
बैठक में उन्होंने केंद्र में आने वाले मामलों की समीक्षा की। महिला थाना प्रभारी नेहा गुर्जर को निर्देश दिए शिकायतें लंबित न रखे। जो शिकायतें सुनवाई योग्य है उन्हें दोनों पक्षों को बुलाकर सुनवाई करें। यदि वे परामर्शदाता की सलाह से संतुष्ट नहीं है तो उन्हें कोर्ट जाने की सलाह दें। महिला थाना प्रभारी गुर्जर ने बताया केंद्र में हर दिन सुनवाई की जाती है। केंद्र आने वाले परिवारों को बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है। बैठक में परामर्शदाता वंदना जैन, डॉ. वंदना गुप्ता, निवेदिता शर्मा, संतोष सोनी मारूति, वीरेंद्र जैन, विशेष महिला सेल की परामर्शदाता श्रीमती मालती व महिला थाने का स्टाफ मौजूद था।
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फोटो नंबर 808 एसए 20 सागर। परिवार परामर्श केंद्र की बैठक को संबोधित करते एसपी अमित सांघी।