MP News: जबरी विवाह के लिए नाबालिग बेटियों के अपहरण में सतना मध्यप्रदेश में अव्वल
यह आंकड़ा प्रदेश में महिला सुरक्षा की सच्चाई बयां करता है। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि जिस समाज में स्त्री को देवी कहा गया हो, वहां विवाह या प्रेम के नाम पर बेटियों का अपहरण समाज के नैतिक पतन की ओर संकेत करता है।
Publish Date: Thu, 09 Oct 2025 07:17:54 PM (IST)
Updated Date: Thu, 09 Oct 2025 07:40:46 PM (IST)
एनसीआरबी की रिपोर्ट में नए खुलासे।HighLights
- MP में 20 प्रतिशत अपहरण केस केवल सतना में है।
- एनसीआरबी रिपोर्ट ने खोली महिला सुरक्षा की पोल।
- इनमें से 356 मामले अकेले सतना, मैहर से दर्ज हुए।
नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। महिला सुरक्षा और सशक्ति-करण की तमाम योजनाओं के बावजूद सतना जिले की हकीकत चौंकाने वाली है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश में जबरन विवाह के लिए होने वाले नाबालिग लड़कियों के कुल अपहरण के 20 फीसदी मामले सिर्फ सतना में दर्ज हुए हैं। साल 2023 में प्रदेशभर में जबरिया विवाह के लिए 1673 लड़कियों का अपहरण हुआ, जिनमें से 1622 नाबालिग थीं। इनमें से 356 मामले अकेले सतना और मैहर से दर्ज किए गए।
यह आंकड़ा प्रदेश में महिला सुरक्षा की सच्चाई बयां करता है। लिहाजा यह कहना गलत नहीं होगा कि जिस समाज में स्त्री को देवी कहा गया हो, वहां विवाह या प्रेम के नाम पर बेटियों का अपहरण समाज के नैतिक पतन की ओर संकेत करता है। जरूरत है कि सरकार, समाज और परिवार – तीनों मिलकर इस विकृत मानसिकता के खिलाफ सशक्त मोर्चा बनाएं, ताकि कोई भी बेटी अपनी सुरक्षा को लेकर भयभीत न रहे।
साल-दर-साल बढ़ रहा खतरा, बेटियों के लिए असुरक्षित होता सतना
एनसीआरबी रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में 197, 2021 में 240 और 2022 में 305 नाबालिग लड़कियों का अपहरण जबरन विवाह के लिए किया गया। जबकि 2023 में यह संख्या बढक़र 356 तक पहुंच गई। यह रुझान दर्शाता है कि जिले में नाबालिग बेटियों का अपहरण लगातार बढ़ रहा है, जबकि पुलिस और प्रशासनिक सख्ती के तमाम दावे हर साल बौने साबित हो रहे हैं। विंध्य क्षेत्र के आंकड़ों पर नजर डालें तो हालात और भी भयावह हैं। रिपोर्ट के अनुसार, विंध्य के कुल 432 जबरिया विवाह अपहरणों में से 356 मामले सिर्फ सतना जिले से दर्ज किए गए।
बलात्कार में रीवा सबसे आगे, लज्जा भंग के प्रयास में सतना तीसरे स्थान पर
महिला अपराध सिर्फ अपहरण तक सीमित नहीं हैं। रिपोर्ट बताती है कि विंध्य में बलात्कार के मामलों में रीवा 82 घटनाओं के साथ पहले स्थान पर है, जबकि सतना में 62 और सिंगरौली में 73 मामले दर्ज हुए। लज्जा भंग के प्रयास में रीवा 107 मामलों के साथ शीर्ष पर, छतरपुर 102 और सतना व पन्ना 75-75 मामलों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
अपराध के बढ़ते ग्राफ ने खोला प्रशासनिक दावों का सच
इन आंकड़ों ने एक बार फिर सरकारी प्रयासों की सच्चाई उजागर की है। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करने वाले तमाम अभियानों के बावजूद अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह केवल कानूनी या प्रशासनिक विफलता नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना के अभाव की भी तस्वीर है।
समाजशास्त्रियों के अनुसार, जब तक परिवार और समाज स्तर पर बेटियों को आत्मरक्षा, कानूनी अधिकार और मानसिक दृढ़ता के लिए तैयार नहीं किया जाएगा, तब तक अपराधी मानसिकता पर लगाम लगाना मुश्किल है। इस बीच, सतना पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह ने कहा कि महिला अपराधों को प्राथमिकता के आधार पर दर्ज किया जाता है। हर शिकायत पर त्वरित एफआईआर और आरोपियों की 100 प्रतिशत गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाती है।
स्कूलों और कॉलेजों में नियमित जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि बेटियां अपने अधिकारों को समझ सकें और निर्भीक होकर शिकायत दर्ज कराएं। आंकड़े बोलते हैं (विंध्य क्षेत्र 2023) जिला अपहरण (महिला) दुष्कर्म लज्जा भंग प्रयास सतना 357 62 75 रीवा 419 82 107 सिंगरौली 132 73 48 शहडोल 168 61 82 पन्ना 125 27 75 छतरपुर 188 52 102 सीधी 164 45 47 अनूपपुर 109 34 68 उमरिया 88 15 39