
नईदुनिया प्रतिनिधि, सीधी। जिले के कुसमी थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक नाबालिग बालिका के साथ उसके ही रिश्ते के भाई ने जबरन दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बीते 24 नवंबर को कुसमी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उसने अपने ऊपर हुए इस अमानवीय अत्याचार की पूरी दास्तां पुलिस को बताई।
पीड़िता के मुताबिक, वह 10 नवंबर को अपने रिश्ते की नानी के घर ग्राम लड़केरी गई थी और कुछ दिनों तक वहीं रुकी। उसके बाद 16 नवंबर को नानी उसे छत्तीसगढ़ के नेउर गांव लेकर गई, जहां पर उसे अपनी पुरानी ससुराल में छोड़कर यह कहकर चली आई कि यहीं रहना, यहीं खाना। इस दौरान नानी का पुत्र, लल्लू ऊर्फ इन्द्रजीत सिंह गोंड़ ने लगातार कई रातों तक पीड़िता के साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया।
20 नवंबर को जब पीड़िता की मौसी मौसा वहां पहुंचे, तो उसे अपने साथ लेकर कुसमी लौटे। घर आने पर पीड़िता ने पूरी घटना अपनी मां को बताई और फिर दोनों ने थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट दर्ज होते ही पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी। आरोपित घटना के बाद से फरार था, जिसे पुलिस अधीक्षक के निर्देशन और एसडीओपी कुसमी के मार्गदर्शन में गठित टीम ने साइबर सेल की मदद से छत्तीसगढ़ राज्य के नेउर मझारी टोला, थाना कोटाडोल जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर एमसीबी गिरफ्तार किया।
पुलिस ने नानी मानवती सिंह, जो आरोपित की मां है, को भी ग्राम लड़केरी से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक अरूणा द्विवेदी, उपनिरीक्षक प्रीति वर्मा, सउनि नंदप्रकाश सिंह, आरक्षक हृदयलाल दीवान, शिवराम बैस, दिनकर दुबे, दिनेश सिंह, विवेक राठौर तथा सायबर सेल के प्रधान आरक्षक प्रदीप मिश्रा का विशेष योगदान रहा। पुलिस ने दोनों आरोपितों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। मामले की जांच अभी जारी है।