सतना जिले में मझगवां को तोड़कर चित्रकूट को बनाया जाएगा नया सब डिवीजन
मध्य प्रदेश सरकार भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट को नए सिरे पर्यटन और संस्कृति की दृष्टि से विकसित कर रही है इसी दिशा में यह निर्णय लिया गया है।
Publish Date: Mon, 03 Feb 2025 07:00:35 PM (IST)
Updated Date: Mon, 03 Feb 2025 10:38:53 PM (IST)
चित्रकूट को नया सब डिवीजन बनाने की तैयारी है।HighLights
- राजस्व विभाग ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है।
- 20 फरवरी के बाद चित्रकूट अनुभाग गठित हो जाएगा।
- यह कार्यवाही प्रशासन समुचित करने के लिए होगी।
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। सतना जिले में चित्रकूट नया सब डिवीजन यानि अनुभाग बनेगा। इसके लिए वर्तमान अनुभाग मझगवां को तोड़ा जाएगा। राजस्व विभाग ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है। आगामी 20 फरवरी के बाद चित्रकूट अनुभाग विधिवत रूप से गठित हो जाएगा।
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- यह कार्रवाई क्षेत्र का प्रशासन समुचित एवं प्रभावी रूप से करने के लिए की जा रही है।
- चित्रकूट अनुभाग में वर्तमान तहसील मझगवां के राजस्व निरीक्षक मंडल एक चित्रकूट के नौ पटवारी हल्के तथा राजस्व निरीक्षक मंडल बरौंधा के 25 पटवारी हल्के, इस प्रकार कुल 34 पटवारी हल्के शामिल होंगे।
- शेष मझगवां अनुभाग में तहसील मझगवां के 21 पटवारी हल्के तथा तहसील बिरसिंहपुर के 48 पटवारी हल्के, इस प्रकार कुल 69 पटवारी हल्के रहेंगे।
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राजस्व विभाग खुद को फंसता देख रातों रात निकाला आर्डर, एसडीएम पर गंभीर आरोप
किसानों की जमीन के साथ छेड़छाड़ करने वाले बाबू को बचाने के लिए सिरमौर एसडीएम द्वारा रातों रात स्टे आर्डर जारी कर दिया गया। बड़ी बात तो यह है कि बाबू की पत्नी के नाम पर ही आवेदन दायर कराया गया और तत्काल आर्डर भी जारी हो गया। जबकि किसानों के खसरा के साथ छेड़खानी भी बाबू ने अपने ही भाई से प्रस्ताव बनवाकर कराई है।
यह है पूरा मामला
- दरअसल सिरमौर एसडीएम कार्यालय में शिक्षक सरदार पाण्डेय बीते दस वर्षों से गैर शिक्षकीय कार्य में संलिप्त है। यह बच्चों को पढ़ाने न जाकर यहां पर किसानों की जमीन के साथ छेड़खानी करने व हड़पने का काम कर रहा है।
- जबकि लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा 22 जुलाई 2024 को आदेश जारी कर कहा गया है कि शिक्षकों से गैर शिक्षकीय कार्य नहीं कराया जा सकता है।
- इसके बाबजूद भी एसडीएम की जानकारी में एक शिक्षक द्वारा गैर शिक्षकीय कार्य कराया जा रहा है। जबकि बाबू के पद पर कार्यरत शिक्षक इसी बात का फायदा उठाकर भू-माफिया बना हुआ है। किसानों द्वारा बाबू के नाम पर कई शिकायत भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है।
नहीं बनाने दे रहा पूर्वजों की चिता
- ग्राम पंचायत दुलहरा का किसान परिवार अपने पूर्वजों की चिता अपने ही पैतृक श्मशान घाट में बनाना चाहता है, लेकिन बाबू सरदार प्रसाद पाण्डेय किसानों को उनके पूर्वजों की चिता तक नहीं बनाने दे रहा है।
- किसानों का कहना है कि लगातार एसडीएम से दबाव दलवाकर पुलिस को मौके पर भेजा रहा है। शुक्रवार को तहसीलदार को भी मौका करने भेजा गया था।
- इसके बाद तहसीलदार ने अपने पंचनामा में स्थिति सामान्य होने का जिक्र किया था। लेकिन इसके बाद भी किसानों के पूर्वजों की चिता पर रोक लगाने एसडीएम द्वारा रातों रात स्टे आर्डर निकाल दिया गया, जिसके बाद चिता का काम रुक गया।
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- दरअसल यह जमीन बाबू के घर के सामने मौजूद है। इसी पर लंबे समय से बाबू की नजर बनी हुई है। बीते दिनों अपने भाई के नाम पर एसडीएम के यहां इसी जमीन के लिए प्रस्ताव लगाया गया और किसानों को बिना पार्टी बनाए व जानकारी दिए बगैर पैतृक श्मशान घाट में रास्ता दर्ज करा दिया गया।
- इसके बाद से किसान परेशान हैं। अब एसडीएम द्वारा बाबू के एक लौते घर के लिए पक्का रास्ता पहुंचाने की जुगत जारी है। जिसके विरोध में किसानों ने कलेक्ट्रेट में अपील भी की है। लेकिन अपील की सुनवाई पूरी होने से पहले ही इधर खेल करने की पूरी तैयारी है।
- जबकि बाबू पूरे गांव का रास्ता बाड़ी लगाकर बंद कर दिया है और सरकारी नल व सरकारी ट्रांसफार्मर को अपने बाड़े के अंदर कर लिया है। वहीं, लगातार ग्रामीणों को परेशान कर रहा है।
- आरटीआई की अपील का जवाब तक नहींएसडीएम कार्यालय में कार्यरत बाबू के पद पर कार्यरत शिक्षक सरदार पाण्डेय के खिलाफ आरटीआइ आवेदन दायर किया गया था।
- इसमें बाबू की पद स्थापना के संबंध में जानकारी चाही गई थी। लेकिन एसडीएम द्वारा अपील में चाही गई जानकारी अब तक प्रदान नहीं की गई है।
- जबकि इस माममे में 26 मार्च 2024 को अपर कलेक्टर द्वारा एसडीएम सिरमौर के नाम पर आदेश जारी किया गया है कि अपीलार्थी द्वारा चाही गई जानकारी प्रदान की जाए। जिसे लेकर अपीलार्थी कई बार एसडीएम कार्यालय गया, लेकिन वहां अपीलार्थी की किसी ने नहीं सुनी।