
नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। डिग्री कॉलेज के एक प्रभारी प्राचार्य से जुड़ा कथित आपत्तिजनक ऑडियो सामने आने के बाद शैक्षणिक परिषद में बड़ा प्रशासनिक परिवर्तन किया गया है। ऑडियो के सार्वजनिक होने के बाद परिषद के शीर्ष स्तर पर मामले को गंभीरता से लेते हुए न केवल संबंधित प्रभारी प्राचार्य को परिषद की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया, बल्कि उनसे विभागीय दायित्व भी छीन लिए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, ऑडियो में प्रयुक्त भाषा और संवाद को लेकर उनके चरित्र एवं गरिमा पर सवाल उठे, जिसके बाद परिषद के छिंदवाड़ा में आयोजित अधिवेशन में इस विषय पर चर्चा हुई। अधिवेशन के दौरान सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि संबंधित अधिकारी को किसी भी पद पर बनाए रखना परिषद की छवि के लिए उचित नहीं है।
हालांकि परिषद की ओर से आधिकारिक रूप से ऑडियो की पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन यह माना जा रहा है कि वायरल ऑडियो में सुनी जाने वाली आवाज प्रभारी प्राचार्य की ही है। इसी आधार पर परिषद नेतृत्व ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उनका दायित्व समाप्त करने का निर्णय लिया।
छिंदवाड़ा में हुए परिषद के अधिवेशन में केवल कार्रवाई ही नहीं, बल्कि संगठनात्मक ढांचे में भी व्यापक बदलाव किए गए। इस बार मैहर जिले को भी जिला प्रमुख का दर्जा दिया गया है, जिसे संगठन के विस्तार के रूप में देखा जा रहा है। परिषद से जुड़े पदाधिकारियों के अनुसार, मैहर क्षेत्र में लंबे समय से संगठनात्मक मजबूती की मांग की जा रही थी, जिसे अब स्वीकार कर लिया गया है। जल्द ही जिला प्रमुख की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
अधिवेशन में छाया को प्रमोशन देते हुए उन्हें अतिरिक्त दायित्व सौंपे गए हैं। इसके साथ ही परिषद के सक्रिय कार्यकर्ताओं में शामिल शिवेन्द्र का कद भी बढ़ाया गया है। संगठन में उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
परिषद नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में किसी भी पदाधिकारी या शिक्षक के आचरण पर सवाल उठे तो बिना दबाव और भेदभाव के सख्त कार्रवाई की जाएगी। संगठन की छवि और शैक्षणिक मूल्यों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
परिषद की नई संचालन समिति की भी घोषणा की गई।परिषद का कहना है कि नई समिति क्षेत्रीय संतुलन और कार्यक्षमता को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है।