सतना में जीएसटी की टीम ने मारा छापा, एक हफ्ते से कर रहे थे रेकी और डाटा की जांच
रुटीन प्रोफेशन टैक्स की रिकवरी के दौरान जब जीएसटी इंस्पेक्टर केपी सिंह अपने साथी निरीक्षक के साथ बिरसिंहपुर स्थित अजय प्लाईवुड एंड हार्डवेयर और गौरी ह ...और पढ़ें
Publish Date: Fri, 19 Dec 2025 07:14:41 PM (IST)Updated Date: Fri, 19 Dec 2025 07:15:42 PM (IST)
छापा मारती जीएसटी की टीम।HighLights
- एक हफ्ते की रेकी, डाटा परीक्षण के बाद, पहली बार ‘वृत्त’ की दबिश
- रिकवरी के दौरान दो इंस्पेक्टरों ने जाहिर कि थी कर चोरी की शंका
- उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज ‘अधिकार’ मांगकर मारा छापा
सतना। राज्य जीएसटी के वृत्त-१ कार्यालय ने करीब एक हफ्ते की रेकी व डाटा परीक्षण के उपरांत अपने उच्च अधिकारियों को कर चोरी होने का प्रमाण प्रस्तुत कर व्यापारी के यहां छापामार कार्रवाई करने पहुंची। ऐसा पहली बार है कि जब वृत्त कार्यालय ने छापा मारने की कार्रवाई की हो।
इस संबंध में विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सहायक आयुक्त मनोरमा तिवारी के निर्देशन में वृत्त कार्यालय क्रमांक एक की टीम बिरसिंहपुर स्थित अजय प्लाईवुड एंड हार्डवेयर और गौरी हार्डवेयर एंड ट्रेडर्स के यहां दोपहर तीन बजे छापा मारने पहुंची।
पहुंंचने के साथ जीएसटी की टीम ने कारोबारियों से उनके खरीदी-बिक्री के सारे बिल व टे्रडिंग एकाउंट जब्त करते स्टॉक वैरिफिकेशन में जुट गई।
इस दौरान इस पूरी कार्रवाई की विभाग ने वीडियोंग्राफी भी की। कार्रवाई में असिस्टेंट कमिश्नर मनोरमा तिवारी, एसटीओ मृत्युंजय तिवारी, प्रियंका सोगौरा, निरीक्षक कृपाशंकर सिंह, सुदीप चतुर्वेदी एवं उनके अलावा सविता रावत, ओम दुबे समेत अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
रिकवरी के दौरान पकड़ में आया व्यापारी
- रुटीन प्रोफेशन टैक्स की रिकवरी के दौरान जब जीएसटी इंस्पेक्टर केपी सिंह अपने साथी निरीक्षक के साथ बिरसिंहपुर स्थित अजय प्लाईवुड एंड हार्डवेयर और गौरी हार्डवेयर एंड ट्रेडस (एक ही प्रतिष्ठान में संचालित फर्मे) के यहां पहुंचा तो उन्हें उसके द्वारा कर चोरी करने की आशंका प्रतीत हुई।
- इसकी सूचना अपने सहायक आयुक्त मनोरम तिवारी को देते हुए दोनों निरीक्षकों ने व्यापारियों के यहां ग्राहक बनकर उसका पूरा गोदाम जांचा और चोरी से उसके गोदाम में भण्डारित माल का वीडियो भी तैयार किया। इसके बाद जीएसटी विभाग ने करीब एक हफ्ते तक दोनों प्रतिष्ठानों की रेकी की।
साथ ही उसके द्वारा पंजीकृत होने के बाद से भरे गए सारे रिर्टन व अन्य डाटा का परीक्षण किया। उसका हर वर्ष टर्न ओवर महज 39 से 40 लाख रुपए ही रहता है और सारा कर इनपुट टैक्स के्रडिट द्वारा सेट ऑफ किया जा रहा है। वृत्त की ऐसी पहली कार्रवाई
- डिवीजन में कोई भी उडऩदस्तादल टीम नहीं होने व वृत्त कार्यायल द्वारा ऐसी कार्रवाई जिला में पहली कार्रवाई है। दरअसल वृत्त कार्यालयों द्वारा रैक्टिफिकेशन, प्रशासन का काम किया जाता है।
- राज्य आयुक्त द्वारा अधिकार दिए जाने के उपरांत ही अधिकारियों जांच कर पाते हैं। लेकिन इस बार इसके उलट वृत्त कार्यालय एक की सहायक आयुक्त मनोरमा तिवारी, कर निरीक्षकों व अन्य टीम के साथ डाटा परीक्षण भौतिक निरीक्षण के बाद कर चोरी का प्रमाण राज्य आयुक्त को देते हुए छापा मारने की कार्रवाई की है।