
नईदुनिया प्रतिनिधि, सतना। ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम के दौरान हुए थप्पड़ प्रकरण को लेकर अब सियासी बवाल गहराता जा रहा है। इस पूरे विवाद में नया मोड़ तब आया जब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के मोबाइल से नगर पुलिस अधीक्षक डीपी चौहान को फोन कर धमकी दी।
जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसरित है, जिसमे जीतू पटवारी सीएसपी से कहते हुए समझ मे आ रहे हैं कि “सांसद गणेश सिंह के खिलाफ बिना जांच के मुकदमा कायम करो, नहीं तो दो दिन में मैं 50 हजार लोगों को लेकर सतना पहुँचूंगा और तुम्हारे खिलाफ विधानसभा में कार्रवाई करवाऊंगा।” इस पर सीएसपी चौहान ने शांतिपूर्वक जवाब दिया 'आपका स्वागत है।' अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जीतू पटवारी अपनी चेतावनी पर कितने खरे उतरते हैं। दो दिन बाद इसका सच सामने आएगा।
इधर, थप्पड़ प्रकरण में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। नगर निगम के क्रेन ऑपरेटर गणेश कुशवाहा ने पुलिस को दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि उसे कुछ अज्ञात लोग जबरन अपने साथ ले गए और दबाव डालकर सांसद गणेश सिंह के पक्ष में बयान दिलवाया गया। गणेश ने कहा, 'मैं डर और दबाव में था, मुझसे जो कहलवाया गया, वह सच्चाई नहीं थी।'
वहीं, उसकी पत्नी फूलमती कुशवाहा ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर परिवार की सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि लगातार धमकियाँ मिल रही हैं और परिवार भय के माहौल में है।
कांग्रेस के धरने-प्रदर्शन के बाद देर रात भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कोलगवां थाने पहुंच गए। जिला अध्यक्ष भगवती पांडेय के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया और विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा व प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सुनियोजित तरीके से सांसद गणेश सिंह की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रही है। भाजपा नेताओं ने थाना प्रभारी और सीएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि मामले की निष्पक्ष जांच कर कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर दर्ज की जाए, ताकि सच सामने आ सके और राजनीतिक दबाव से पुलिस को मुक्त किया जा सके।