MP Election 2023 : सतना(नईदुनिया प्रतिनिधि )। बीती रात भारतीय जनता पार्टी द्वारा आगामी आम चुनाव को लेकर दूसरी सूची जारी कर दी गई। जैसा कि पहले से अंदेशा किया जा रहा था कि मैहर विधायक विगत 3 वर्षों से अपने ही भाजपा पार्टी से बगावत कर लगातार बिना प्रदेश की मांग कर रहे थे उक्त सूची जारी होने के बाद मैहर में उनके स्थान पर श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दे दिया। इसके बाद इंटरनेट मीडिया में वीडियो जारी कर भाजपा सहित भाजपा संगठन पर गंभीर आरोप लगाए हैं हालांकि उन्होंने वीडियो में सॉफ्टवेयर पर सूची के लिए बधाई दी है और साथ तौर पर कहा है कि इस टिकट पर वह किसी भी तरह से शामिल नहीं थे। मैहर विधायक ने कहा कि वर्तमान केंद्रीय मंत्री वरिष्ठ नेता को अगर पार्टी विधानसभा का चुनाव लड़ा रही है तो ऐसे में क्या विधायकों को सरपंची का चुनाव लड़ना चाहिए।
दूसरी लिस्ट आने के बाद मैहर भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी का पलटवार#MadhyaPradeshElection2023 #MPElection2023 #NarayanTripathi #BJPCandidateList #Naidunia pic.twitter.com/yr9jDnD8IL
— NaiDunia (@Nai_Dunia) September 26, 2023
सतना लोकसभा सीट से चार बार के सांसद गणेश सिंह इस बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें सतना सीट से पार्टी प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है। उधर,पूरे पांच साल असमंजस में उलझे रहे मैहर को लेकर भी भाजपा ने स्थिति स्पष्ट करते हुए श्रीकांत चतुर्वेदी के नाम पर मुहर लगाई है। भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशियों की दूसरी सूची में सतना जिले की दो और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। जिला मुख्यालय की सबसे प्रतिष्ठा पूर्ण सतना विधानसभा सीट से पार्टी ने इस बार अपने सबसे बड़े चेहरे पर दांव लगाया है। सतना सीट से इस बार चार बार के सांसद गणेश सिंह भाजपा प्रत्याशी होंगे।
मैहर विधायक ने आगे कहा कि वरिष्ठ लोगों को ही विधानसभा का चुनाव लड़ना था तो मुरली मनोहर जोशी एवं लालकृष्ण आडवाणी का अपराध किया था। उन्हें दूर क्यों बैठा दिया युवा राष्ट्र युवा नेतृत्व की कल्पना करने वाले भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और सूची जारी करने वाले नेताओं को में बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि मैहर जिला बन गया है। मैं सभी को यह बताना चाहता हूं कि आगे चलकर बीना प्रदेश बन कर रहेगा।
वर्ष 2003 में उमा भारती की मप्र की सियासत में आमद के बाद भाजपा में आए गणेश सिंह वर्ष 2004 में पहली बार भाजपा के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गए थे। जिस वक्त भाजपा ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया था, वे सतना जिला पंचायत के अध्यक्ष थे। तब से लगातार वे सतना लोकसभा सीट पर भाजपा की विजय पताका फहराते रहे हैं। उन्होंने विधानसभा के डिप्टी स्पीकर डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह,पूर्व सांसद सुखलाल कुशवाहा,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल और पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी को लोकसभा चुनावों में हराया। हालांकि उसके पहले उन्होंने विधानसभा चुनावों में भी किस्मत आजमाई थी लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
छात्र राजनीति से राजनैतिक सफर की शुरुआत करने वाले सांसद गणेश सिंह को ओबीसी का बड़ा चेहरा माना जाता है। लोकसभा चुनावों में यह फैक्टर उनकी जीत में बड़ी भूमिका निभाता आया है। हालांकि विधानसभा चुनाव के स्तर पर सतना सीट पर अगड़े वोटरों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। बता दें कि सतना सीट से पूर्व भाजपा विधायक शंकरलाल तिवारी सहित अन्य कई नाम भाजपा के टिकट के लिए दावेदारी कर रहे थे लेकिन इन सबके बीच भाजपा में सतना में अपने सबसे बड़े चेहरे गणेश सिंह पर भरोसा जताया है।
मैहर से नारायण की जगह श्रीकांत
पिछले कई वर्षों से प्रदेश की सियासत में सुर्खियों में छाई रही सतना जिले की मैहर सीट को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर भी भाजपा ने विराम लगा दिया है। भाजपा ने मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को प्रत्याशी बनाया है। श्रीकांत वर्ष 2018 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थे और भाजपा प्रत्याशी नारायण त्रिपाठी से 2984 मतों से चुनाव हार गए थे। श्रीकांत को 51893 और नारायण को 54877 वोट मिले थे। नारायण के बागी तेवरों के चर्चा में आने के बाद श्रीकांत भाजपा में शामिल हो गए थे। फिलहाल वे प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं। माना जा रहा है कि इस बार भी उनका मुकाबला नारायण से ही होगा। हालांकि अब जब भाजपा ने नारायण के भाजपा प्रत्याशी होने की संभावनाओं को खत्म कर दिया है, तब यह अभी तय नहीं है कि वे किस दल से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने अपनी पार्टी विंध्य जनता पार्टी भी बना रखी है।