
CM Dr. Mohan Yadav In Chitrakoot : सतना/चित्रकूट, नईदुनिया प्रतिनिधि। सरकार ने एक और तोहफा दिया है, अब श्रद्धालुओं को हवाई जहाज से अयोध्या भेजा जाएगा। चित्रकूट के ग्रामोदय विश्वविद्यालय सभागार में मंगलवार को श्रीरामचंद्र पथ गमन न्यास की पहली बैठक हुई। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि चित्रकूट सहित राम वन पथ गमन मार्ग के सभी प्रमुख स्थलों का विकास किया जाएगा। पूरी कार्य योजना बनाकर उसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।
DLive:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में पटनाखुर्द, जिला सतना में 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम https://t.co/JRrlf9PG2L
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) January 16, 2024

अधोसंरचना विकास के कार्यों के साथ-साथ धार्मिक चेतना, आध्यात्मिक विकास और रामकथा से जुड़े आयामों को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चित्रकूट का अयोध्या की तरह विकास कर इसे भगवान राम के जीवन से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाया जाएगा। सीएम ने कहा कि विद्वानों के परामर्श से राम वन पथ गमन के प्रमुख स्थलों का विकास किया जाएगा। अधिकारियों से उन्होंने चित्रकूट के दीपावली मेले और अमावस्या मेले में रामकथा और राम के जीवन से जुड़ी प्रदर्शनी व राम वन पथ गमन से जुड़ी जानकारियां प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्वालियर- बैंगलोर हवाई सेवा का शुभारंभ https://t.co/lTr7fsrsKh
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दिल्ली से केंद्रीय विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व चित्रकूट से मुख्यमंत्री यादव ने ग्वालियर से बेंगलुरु हवाई सेवा का शुभारंभ वर्चुअल किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई हवाई सेवा ग्वालियर को बेंगलुरु, दिल्ली और आध्यात्मिक नगरी अयोध्या से जोड़ेगी। सिंधिया ने कहा कि इस वर्ष रीवा, सतना और दतिया से हवाई सेवा शुरू होगी।

हाल ही में 500 करोड़ की लागत से ग्वालियर में नया हवाई टर्मिनल बनाया गया है। अब ग्वालियर में 33 विमान सेवाओं के माध्यम से 13 शहरों में जोड़ने का अवसर मिल गया है। जबलपुर और रीवा में एयरपोर्ट विकास तथा सतना हवाई पट्टी के विकास का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास यह है कि प्रत्येक जिले से एयर एंबुलेंस का संचालन हो, जिससे गंभीर रोगियों को अच्छे चिकित्सा संस्थान में उपचार के लिए हवाई सुविधा का लाभ प्राप्त हो सके।

मुख्यमंत्री यादव ने सतना जिले के मझगवां के दूरस्थ आदिवासी बहुल गांव पटनाखुर्द में विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि चित्रकूट की धरती पर भगवान श्रीराम ने वनवास के दौरान 11 वर्षों तक निवास किया। श्रीराम ने वनवासियों को गले लगाया और माता शबरी के जूठे बेर खाकर मानवता को धन्य किया।
यह आचरण केवल सनातन धर्म में ही मिलता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय चित्रकूट, सतना और अयोध्या के लिए अलौकिक और अद्वितीय है। 22 जनवरी को श्रीरामलला अपनी जन्मभूमि में विराजमान होने वाले हैं। सभी अपने घरों में दीपावली मनाकर उल्लास और उत्साह को आत्मसात कर जीवन को धन्य बनाएं।

बैठक में प्रमुख सचिव धर्मस्व तथा संस्कृति शिवशेखर शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में राम वन पथ गमन मार्ग में 1450 किलोमीटर की दूरी शामिल है। इसमें 23 प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। यह स्थल सतना, पन्ना, कटनी, अमरकंटक, शहडोल, उमरिया आदि जगह पर हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मंदिरों की जानकारी देने वाली पुस्तक का विमोचन किया। इसमें 155 प्रमुख मंदिरों के छायाचित्र तथा 6800 राम मंदिरों की जानकारी संकलित है।
- भगवान कामतानाथ के परिक्रमा पथ का निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाए।
- जिला पर्यटन संवर्धन परिषद को सक्रिय कर चित्रकूट में पर्यटन गतिविधियां संचालित कराएं।
- राम वन पथ गमन से जुड़े निर्माण कार्यों में आमजन का भी जुड़ाव हो। उनके सुझाव लिए जाएं।
- चित्रकूट में दीपावली पर होने वाले अमावस्या मेले को पर्यटन कैंलेंडर में शामिल किया जाएगा।
- मार्ग के प्रमुख स्थलों में सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएं।
- राम वन पथ गमन मार्ग में मोटर साइकिल रैली जैसे आयोजन कर इससे आमजन को जोड़ें।

उल्लेखनीय है कि श्रीरामचंद्र पथगमन न्यास का काम केंद्र सरकार की तरफ से प्रदेश में चिह्नित श्रीराम वन गमन पथ के 23 स्थलों का विकास करना है। इनमें सतना, पन्ना, कटनी, जबलपुर, नर्मदापुरम, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर जिले के स्फटिक शिला, गुप्त गोदावरी, अत्रि आश्रम, शरभंग आश्रम, अश्वमुनि आश्रम, सुतीक्ष्ण आश्रम, सिद्धा पहाड़, सीता रसोई, रामसेल, राम जानकी मंदिर, बृहस्पति कुंड, अग्निजिह्ना आश्रम, अगस्त्य आश्रम, शिव मंदिर, रामघाट, श्रीराम मंदिर, मार्कंडेय आश्रम, दशरथ घाट, सीता मढ़ी शामिल हैं।







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