नईदुनिया प्रतिनिधि, चित्रकूट: चित्रकूट जिले के रामघाट-सितापुर मार्ग पर इन दिनों जो कुछ हो रहा है, वो न केवल चौंकाने वाला है बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था पर कटाक्ष भी है। बीते कुछ दिनों से राठी कोठी उतारा बाजार रामघाट जिला चित्रकूट कर्बी के वार्ड क्रमांक 4 की सडक़ के बीचों-बीच लगे कुछ पोस्टर अचानक चर्चा का विषय बन गए हैं। ये पोस्टर इतने सामान्य नहीं, बल्कि बेहद चुभते और व्यंग्यात्मक हैं, जिन पर लिखा है ‘यह मार्ग मुक्तिधाम को जाता है!’
जी हां! ये पोस्टर खुद गड्ढों में गाड़े गए हैं, ठीक वहां जहां राहगीरों की जान जोखिम में पड़ती है। स्थानीय लोगों ने यह विरोध प्रदर्शन गड्ढों से भरी खस्ताहाल सड़क की दशा को उजागर करने के लिए किया है। गुस्साए नागरिकों का यह तरीका अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
अब तक स्थानीय प्रशासन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। न तो कोई मरम्मत कार्य प्रारंभ हुआ है, और न ही कोई स्थायी समाधान दिखाई दे रहा है। वहीं, नागरिक पूछ रहे हैं – क्या किसी हादसे के बाद ही प्रशासन जागेगा? इन पोस्टरों के माध्यम से चित्रकूट की जनता ने सरकार और जिम्मेदार विभागों को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि अगर आप नहीं बोलेंगे, तो हम गड्ढे ही बोलने देंगे!
राह चलते लोग इन पोस्टरों को देखकर रुक रहे हैं, पढ़ रहे हैं और तस्वीरें खींचकर फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर रहे हैं। कुछ ने इसे सरकारी लापरवाही के खिलाफ शांत लेकिन तीखा हथियार कहा, तो कई ने इसे जनता की रचनात्मक नाराजगी बताया।
यह मामला चित्रकूट के उत्तर दिशा में स्थित रामघाट-सितापुर मार्ग का है। यह मार्ग धार्मिक और स्थानीय दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है। लेकिन बारिश के बाद से यहाँ की सडक़ें गड्ढों में तब्दील हो गई हैं, और आए दिन वाहन पलटने की घटनाएं सामने आ रही हैं।