
नईदुनिया प्रतिनिधि, सिंगरौली। प्रदेश के मुख्य सचिव बनकर कलेक्टर को फर्जी फोन करने वाले मुख्य आरोपित समेत तीन को सिंगरौली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। मुख्य आरोपित भोपाल निवासी है, जबकि उसका पिता आईबी का सब इंस्पेक्टर भी इस फर्जीवाड़े में शामिल है।
पुलिस ने बताया कि भोपाल निवासी सचिन मिश्रा (24) पुत्र बाल्मीकि प्रसाद मिश्रा कंप्यूटर साइंस में स्नातक है। उसने सिंगरौली कलेक्टर गौरव बैनल के शासकीय मोबाइल नंबर पर काॅल कर खुद को मुख्य सचिव, मध्य प्रदेश शासन बताया और अपने दो लोगों को डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (डीएमएफ) का काम दिलाने का दबाव डाला।
कलेक्टर को संदेह हुआ तो उन्होंने आरोपित से बातचीत जारी रखी और इसकी सूचना पुलिस को भी दी। वे लगातार वाट्सएप पर आरोपित से चैट करते रहे।
फोन पर बातचीत के दौरान आरोपित ने कहा कि उसके दो लोग कलेक्टर से मिलने आ रहे हैं। कलेक्टर ने फोन कर एसपी मनीष खत्री को सूचना दी। सोमवार को सिंगरौली निवासी आरोपित सचिंद्र तिवारी और आईबी के सब इंस्पेक्टर बाल्मीकि प्रसाद मिश्रा कलेक्ट्रेट पहुंचे तो पुलिस ने दबोच लिया। पूछताछ में आरोपितों ने कबूल किया कि पूरी साजिश सचिन ने रची थी। पुलिस ने मंगलवार को उसे भी भोपाल से गिरफ्तार कर लिया।