नईदुनिया प्रतिनिधि, मैहर। मध्य प्रदेश के ताला थाना क्षेत्र से इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जिसने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। एक महिला का आठ दिनों के भीतर दो बार सामूहिक दुष्कर्म हुआ।
पीड़िता ने 15 जून को पहली बार सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। आरोपियों ने दुस्साहस दिखाते हुए 23 जून को दोबारा उसी महिला को हवस का शिकार बना डाला।
पीड़िता ने बताया कि 15 जून को वह अपने बुआ के बेटे के साथ पपरा मंदिर दर्शन के लिए जा रही थी। इसी दौरान रास्ते में छह अज्ञात युवकों ने उसे अगवा कर बारी-बारी से दुष्कर्म किया। आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। गहने व नकदी भी लूट ली। जाते-जाते जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़िता ने हिम्मत करके घटना के आठ दिन बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
23 जून को वह दोबारा बुआ के घर जा रही थी, तो उन्हीं में से कुछ आरोपियों ने उसे फिर से पकड़ लिया। बारी-बारी से उसके साथ फिर दुष्कर्म किया। इस बार उसे सरेराह फेंककर आरोपी फरार हो गए। पीड़िता किसी तरह थाने पहुंची। दोबारा शिकायत दर्ज कराई।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पहली घटना की शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे आरोपियों के हौसले और बुलंद हो गए। उन्होंने दुस्साहस दिखाते हुए दोबारा पीड़िता को निशाना बनाया। इस मामले में ताला थाना पुलिस ने तीन नामजद और चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, लूट और मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
थाना प्रभारी पंचराज ने बताया कि दो आरोपी अरविंद लोनी और पुष्पेंद्र कुशवाहा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश कर रहे हैं।
ताला थाना क्षेत्र बीते दो माह में दुष्कर्म व लूट की घटनाओं का अड्डा बनता जा रहा है। थाने में दर्ज शिकायतों का आंकड़ा यही दर्शा रहा है। महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली भी कटघरे में है।