
नवदुनिया प्रतिनिधि, सीहोर। शनिवार दोपहर भोपाल नाके पर कथित भड़काऊ भाषण देकर शांति भंग करने के मामले में कालू भट्ट और करणी सेना के अंकुश ठाकुर को आस्था पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस अभी रक्षा में सीहोर एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से एसडीएम तन्मय वर्मा ने आदेश जारी कर उन्हें पुलिस अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इससे पूर्व हिंदूवादी नेता कालू भट्ट और करणी सेना के कार्यकर्ता अंकुश ठाकुर का अस्पताल में मेडिकल कराया गया। बताया जा रहा है कि कालू भट्ट ने जमानत के लिए अर्जी नहीं लगाई।
जानकारी के अनुसार नगर में सांप्रदायिक तनाव के बीच पुलिस प्रशासन ने हिंदूवादी नेता एवं भाजपा के पूर्व पार्षद कालू भट्ट को शांति भंग करने के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उन्हें शनिवार को पुलिस अभीरक्षा में वाहन से सीहोर एसडीएम कार्यालय लाया गया, जहां सुरक्षा व्यवस्था के तहत कोतवाली और मंडी पुलिस सहित शहर का अतिरिक्त बल तैनात रहा।

बताया गया कि कालू भट्ट भोपाल नाके पर तिरंगा झंडे के नीचे खड़े होकर कथित रूप से भड़काऊ भाषण दे रहे थे। इसी दौरान पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई में एक मीडिया कर्मी को भी साथ में गिरफ्तार किया, जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया, जबकि कालू भट्ट और करणी सेना के कार्यकर्ता अंकुश ठाकुर को आगे की कार्रवाई के लिए सीहोर एसडीएम कोर्ट लाया गया, जहां से दोनो को जेल भेज दिया।
इस दौरान सीहोर अनुविभागीय कार्यालय परिसर में मौके पर एसडीएम तन्मय वर्मा, सीएसपी डा अभिनंदन शर्मा, कोतवाली थाना प्रभारी रविंद्र यादव और मंडी थाना प्रभारी सुनील मेहर पुलिस बल के साथ मौजूद रहा। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। मामले की जांच जारी है।
एक सप्ताह से आष्टा में तनावपूर्ण माहौल
मालूम हो कि 21 दिसंबर की रात हरदा से लौट रही करनी सेना पर हुए पथराव के बाद से क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था, वहीं शुक्रवार को मुस्लिम समाज ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर एसडीएम नितिन टाले को ज्ञापन सौंपा और इंटरनेट मीडिया पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की थी।