सीहोर, नवदुनिया प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले के लाड़कुई गांव में किसानों की परेशानियों का बांध आखिरकार मंगलवार को टूट गया। यूरिया खाद की किल्लत और निजी दुकानदारों द्वारा मंहगे दामों पर खाद बेचने से नाराज किसानों ने भैरुंदा-सीहोर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
किसानों का कहना है कि खरीफ सीजन में मक्का बोवनी के बाद फसल की बढ़वार के लिए यूरिया जरूरी है, लेकिन सोसायटी में यूरिया नहीं मिल रहा, और निजी दुकानें मजबूरी का फायदा उठा रही हैं।
किसानों का आरोप है कि जैन कृषि सेवा केंद्र नामक दुकान पर यूरिया की हजारों बोरियों का अवैध भंडारण किया गया है। दुकानदार प्रति बोरी 350 से 400 रुपये वसूल रहा है, जबकि सरकारी मूल्य केवल 267 रुपये है।
इतना ही नहीं, किसान जब यूरिया लेने पहुंचते हैं, तो दुकानदार जबरन एक बोरी डीएपी और नैनो यूरिया भी थमा देते हैं, जो किसान नहीं लेना चाहता।
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया कि कृषि विभाग ने जांच तो की, लेकिन कोई रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई। इससे स्पष्ट है कि विभाग और निजी दुकानदारों की मिलीभगत से खाद की कालाबाजारी हो रही है। किसानों ने चेतावनी दी है कि जल्द समाधान नहीं मिला तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।