नईदुनिया प्रतिनिधि, सीहोर। नगर के सैकड़ाखेड़ी मार्ग पर हुए दर्दनाक हिट एंड रन मामले में पुलिस की कार्यवाही अब सवालों के घेरे में है। 26 सितंबर की सुबह करीब 5:30 बजे मॉर्निंग वॉक कर रहे दो युवकों को तेज रफ्तार स्विफ्ट कार (MP 04 CJ 4088) ने कुचल दिया था।
हादसे में जरीफ खान की मौत हो गई, जबकि उसका साथी धर्मेश गंभीर घायल है और वर्तमान में एम्स भोपाल में इलाजरत है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कार में बैठे एक युवक ने खुद को भाजपा नेता व जिला पंचायत सदस्य राजू राजपूत का बेटा बताया। चश्मदीदों के अनुसार, हादसे के बाद कार में सवार तीनों युवकों को मौके से पकड़ा गया और पुलिस की 112 टीम द्वारा थाना कोतवाली भी लाया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि युवकों ने एक्सीडेंट कबूल भी किया, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने एफआईआर अज्ञात आरोपी के खिलाफ दर्ज की।
आरोप है कि थाना पहुंचने के बाद कार चालक और अन्य दो युवकों को छोड़ दिया गया। अब यह पूरा मामला पुलिस की निष्पक्षता और साख पर सवाल खड़े कर रहा है।
कार जिस भाजपा नेता से जुड़ी बताई जा रही है, उससे घटना और भी संवेदनशील हो गई है। पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर भी अब तक इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
टीआई कोतवाली रवीन्द्र यादव का कहना है कि घटना के संबंध में पुलिस जांच कर रही है, मौके पर मौजूद लोगों के बयान लिए जा रहे हैं, लेकिन लोगों में सवाल यही है कि क्या यह जांच वास्तव में निष्पक्ष है या फिर आरोपियों को बचाने की कवायद?