नईदुनिया प्रतिनिधि, सीहोर। स्मार्ट मीटरों की विश्वसनीयता को लेकर उठते सवालों के बीच मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में बिजली कंपनी का रवैया अब विवादों में घिरता नजर आ रहा है। जिले में कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बंदूकधारी बाउंसरों की तैनाती कर दी है, जिससे स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश दोनों बढ़ते जा रहे हैं।
गुरुवार को कोलीपुरा मोहल्ले सहित कई क्षेत्रों में जब लोग सुबह अपने घरों के दरवाजे खोलते हैं, तो सामने बंदूक लिए खड़े बाउंसर और उनके साथ ठेकेदार के कर्मचारी नजर आते हैं। गौरव सिंह और महेंद्र मेवाड़ा ने बताया कि वे डर के मारे विरोध नहीं कर पाए और मीटर बदलने देना पड़ा। उन्होंने सवाल उठाया कि पुराने मीटरों में क्या कमी थी और नए मीटर बेहतर कैसे हैं, यह कंपनी स्पष्ट नहीं कर रही।
इधर, बिजली कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि दशहरा बाग इलाके में कुछ दिन पहले एक कर्मचारी के साथ बदसलूकी हुई और स्मार्ट मीटर तोड़ा गया। इसलिए, कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए बाउंसर भेजे गए हैं हालांकि स्थानीय लोगों का आरोप है कि सुरक्षा के नाम पर डराने की कोशिश हो रही है।
विदिशा निवासी मुरारीलाल तिवारी, उम्र 68 वर्ष, को अप्रैल में स्मार्ट मीटर लगाया गया। मई में उनके मोबाइल पर 68 लाख का बिजली बिल आया, जिससे उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया और उन्हें चक्कर आ गया। जून में फिर नया बिल आया, जिसमें और 1.10 लाख जोड़ दिए गए। बाद में कंपनी ने माना कि 'दशमलव की फीडिंग में त्रुटि' के कारण यह गड़बड़ी हुई है। ऐसे 170 से अधिक मामले सामने आए हैं।