फोटो 11 रमगड़ा। रुद्रधाम आश्रम में शोक सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी। नवदुनिया।
रमगड़ा। क्षेत्र के रुद्रधाम आश्रम रमगड़ा में संत बजरंगगिरी जी महाराज के सानिध्य में रुद्रधाम यज्ञ समिति के सदस्यों द्वारा रुद्रधाम यज्ञ समिति के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय मेहताबसिंह सोलंकी के आकास्मिक निधन होने पर शोक सभा का आयोजन कि या। साथ ही शांति पाठ कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शोक सभा में क्षेत्रवासी और यज्ञ समिति के सदस्य उपस्थित थे।
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सड़क कि नारे लगा हाट बाजार, मास्क व शारीरिक दूरी भी भूले लोग
फोटो 12 आष्टा। इस प्रकार भोपाल नाका से दरगाह तक सड़क कि नारे हाट बाजार में लगी दुकान। नवदुनिया।
आष्टा। बुधवार को आष्टा का हाट बाजार पुनः लापरवाही पूर्वक संचालित होता हुआ नजर आया। पुराने इंदौर-भोपाल हाइवे पर भोपाल नाका से दरगाह तक सड़क कि नारे काफी संख्या में दुकाने एवं हाथ ठेले पर सब्जियां फल फ्रूट आदि बेचने वाले खड़े थे। जिला सहित नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में अनलॉक 4 में जिस रफ्तार से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके बाद भी लोग मास्क व शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रख रहे हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है।
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संकट के समय में धैर्य न खोए, दूसरों की मदद कर करना चाहिएः सोलोमन
चर्च में माता मरियम का जन्मोत्सव पर हुई ऑनलाइन प्रार्थना सभा
आष्टा। नगर के कै थोलिक चर्च में माता मरियम का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हालांकि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए चर्च में ईसाई समाज के लोगों की उपस्थिति काफी कम थी। हर साल होने वाले कार्यक्रम जुलूस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि नहीं हुए। लोगों ने घरों में रहकर ऑनलाइन प्रार्थना सभा में सहभागिता की। फादर डॉ.टर एस सोलोमन ने बताया कि बिशप के नेतृत्व में प्रार्थना, आराधना हुई, जिसे ऑनलाइन समाज के लोगों ने देखकर सहभागिता निभाई। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार माता मरियम ने ईश्वर के प्रति आज्ञाकारी बनकर अपना जीवन बिताया उसी प्रकार हमें भी ईश्वर के प्रति आज्ञाकारी और ईमानदार बनकर अपना जीवन बिताना है। इस संकट काल में अपने धैर्य को नहीं खोना है। फादर सोलोमन ने कहा नियम के अनुसार व अनुशासन से अपने जीवन को आगे बढ़ाना है। कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए और संपूर्ण मानव जाति के लिए विशेष प्रार्थना भी की गई। सभी भक्तों से आग्रह कि या गया कि शासन द्वारा जारी होने वाले हर प्रकार के नियम का पालन हमें करना है। अपने जीवन में इस बात का ध्यान रखना है। माता मरियम से प्राप्त प्रेरणा से अपने जीवन को आगे बढ़ाएं। जीवन में मुसीबतों का आना जाना लगा ही रहता है, लेकि न यह हमारे ऊपर है कि इस वर्तमान मुसीबत को कि स नजरिए से देखते हैं। इससे कै से निपटना है। फादर सोलोमन ने कहा कि सांसारिक लोभ, लालच को क्या कर अपना जीवन जीना चाहिए। हमारे ईश्वर माता मरियम भी यही सिखाती हैं।
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आष्टा क्षेत्र में दस दिन में मिले कोरोना 81 मरीज
फोटो 13 आष्टा। सैंपल लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम। नवदुनिया।
फोटो 14 आष्टा। इस प्रकार बैंकों के बाहर बिना मास्क के शारीरिक दूरी का पालन भूले। नवदुनिया।
आष्टा। अनलॉक 4 में सभी प्रकार की बंदिशें सरकार द्वारा हटा ली गई है। रविवार का लॉकडाउन और रात का कर्फ्यू भी हटा लिया गया है। सब कु छ खुलने के बाद नगर सहित क्षेत्र में कोरोना के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बुधवार को जहां 19 कोरोना के मरीज मिले थे। गुरुवार को कोरोना के 16 मरीज मिले हैं। इनके साथ ही संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 219 के करीब पहुंच चुकी है। जबकि सितंबर माह के 10 दिनों में ही संक्रमित मरीज 81 मिल चुके हैं। 8 अप्रैल से लेकर 10 सितंबर तक 5 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है।
आष्टा में लगभग ऐसा कोई दिन नहीं जा रहा है, जिस दिन कोरोना का मरीज न मिल रहा हो। रोज कहीं न कहीं पर दो-चार से लेकर डेढ़ दर्जन और इससे अधिक मरीज तक मिल रहे हैं। इसके बाद भी लोग कि सी प्रकार का सबक लेने को तैयार नहीं है। बैंकों के बाहर लोगों की भीड़ बिना मास्क लगाए रोज लग रही है। राजनीतिक कार्यक्रमों में कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उमड़ रहा है। इतना ही नहीं कार्यक्रमों में नेता भोपाल, इंदौर सहित बड़े महानगरों से आ रहे हैं। जबकि यहां पर कोराना संक्रमण तेजी से फै ल रहा है। बड़े शहरों से लोगों के आने से आष्टा क्षेत्र में संक्रमण का फै लाव भी तेजी से हो रहा है।
लोगों को स्वयं रखना होगी सतर्कता
एसडीएम रवि वर्मा एवं बीएमओ डॉ. प्रवीर गुप्ता का कहना है कि यदि कोरोना संक्रमण से बच कर रहना है तो लोगों को अपनी सुरक्षा स्वयं करनी होगी। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मुंह पर मास्क जरुर लगा कर रखना होगा। इतना ही नहीं हाथों को बार-बार साबुन से धोना या फिर सैनिटाइज करना जरुरी है। भीड़भाड़ वाले स्थान से आने जाने के बाद घर पर आकर गर्म पानी से स्नान भी जरुरी है। वैसे भीड़भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें। यदि लोग इस प्रकार की सावधानी रखेंगे तो उनका कु छ हद तक कोरोना से बचाव हो सकता है। कोरोना से बचने के लिए लोगों को खुद ही बचाव करना होगा। सरकार ने तो सभी चीजें अब अनलॉक कर दी है।
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मोबाइल ने दांपत्य जीवन के आनंद संवाद को दूर कि याः अजीत सागर
फोटो 15 आष्टा। मुनिश्री आशीष वचन देते हुए। नवदुनिया।
आष्टा। आज के इस कलयुग में गुरु-शिष्य के बीच वात्सल्य का अभाव, पति-पत्नी के बीच प्रेम का अभाव और संदेह इसलिए तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि धारावाहिक टीवी चैनल और फिल्मों में स्वबालंबी जीवन जीने की बात, लेट शादी करने की बात, स्वतंत्र उन्मुक्त व्यसन बहुत परोसा जा रहा है। लेकि न पाप से डर, व्यसन रहित जीवन का आनंद, संदेह रहित रिश्ते का आनंद, संयुक्त परिवार का आनंद, व्यसन और फै शन आदि के दुष्परिणाम नहीं बताए जा रहे हैं। उक्त बातें श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कि ला पर संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के परम शिष्य मुनि अजीत सागर महाराज ने आशीर्वचन के दौरान कही। मुनिश्री अजीत सागर महाराज ने कहा कि युवाओं में जो रिश्ते प्रेम अथवा भौतिक सुख सुविधाओं और भोग की त्वरित चाह तेजी से पनप रही है, उसकी चाहत के कारण ही वह दुस्साहसी बन जाता है। आज युवाओं में सामंजस्य, सहनशीलता, त्याग, संयम घटता चला जा रहा है। एकाधिकार की लड़ाई प्रारंभ हो गई है। अपने आप को श्रेष्ठ सिद्ध करने की चाहत व जिद दीमक की तरह लोगों में लग गई है। मुनि श्री ने कहा कि इस युग में मोबाइल ने भी दांपत्य जीवन के आपसी प्रेम वात्सल्य और आनंद के संवाद को छीन लिया है।इस मोबाइल के कारण पारिवारिक संवाद हिंसा बढ़ती चली जा रही है और विषम बाद भी बढ़ता चला जा रहा है। दांपत्य जीवन सुखमय होने से घर में शांति और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है।
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जीवन जीने की कला गुरु सिखाते हैं: डॉ. चंदा जैन
फोटो 16 आष्टा। महाविद्यालय में गुरुओं का सम्मान करते हुए इनरव्हील क्लब अध्यक्ष डॉ. चंदा जैन।
आष्टा। माता-पिता जीवन देते हैं, लेकि न अच्छा जीवन जीने की कला तो गुरु ही सिखाते हैं। वेद पुराण में भी कहा गया है कि गुरु से बढ़कर इस दुनिया मे कोई नहीं है। उक्त बातें शासकीय शहीद भगत सिंह महाविद्यालय में इनरव्हील क्लब द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित गुरु सम्मान समारोह में क्लब अध्यक्ष डॉ. चंदा जैन ने शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहीं। श्रीमती जैन ने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.क्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म दिन हम शिक्षक दिवस के रुप मे मनाते हैं। डॉ. राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, एक महान दार्शनिक एवं महान शिक्षाविद थे। उक्त समारोह के अवसर पर इनरव्हील क्लब ने महाविद्यालय के अध्यापकों के लिए पर्यावरण संरक्षण पर आर्टिकल लेख प्रतियोगिता का भी आयोजन कि या था, जिसमें उत्कृष्ट 3 आर्टिकल को पुरस्कृत कि या गया है। प्रथम कै लाश सूर्यवंशी, द्वितीय डॉ. कु मकु म अग्रवाल एवं तृतीय मेघा जैन रही। उक्त सम्मान समारोह में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एमके तेजराज व समस्त अध्यापक गण का स्वागत व सम्मान क्लब अध्यक्ष श्रीमती जैन सहित पदाधिकारियों द्वारा कि या गया।
शिक्षक समाज की नींव
इस अवसर पर महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. तेजराज ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक समाज की नींव होता है, जो सृजन से प्रलय तक शक्ति को अपने में समाहित कि ए हुए है। इस सम्मान के लिए में महाविद्यालय परिवार की ओर से क्लब अध्यक्ष डॉ. चंदा जैन, सचिव वैशाली जाधव, नवदीप कौर व सभी सदस्यों का ह्रदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं और आशा करता हूं। महाविद्यालय विकास कार्यो में आप के क्लब का सहयोग हमे सदा मिलता रहेगा। अंत में महाविद्यालय परिवार का आभार मानते हुए इनरव्हील क्लब अध्यक्ष श्रीमती जैन ने सभी से विनती की कि कृपया सभी अनावश्यक घर से बाहर न जाए।